पूर्व अमेरिकी सैनिक ने रूस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने का आरोप स्वीकारा
रूसी खुफिया एजेंटो के साथ साजिश रचने व उनको अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने का आरोप एक पूर्व अमेरिकी सैनिक ने स्वीकार कर लिया है। उसने दिसंबर 1996 से जनवरी 2011 तक यह साजिश रची।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी सेना के एक पूर्व सदस्य ने बुधवार को रूसी खुफिया एजेंटो के साथ साजिश रचने और उन्हें अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने का आरोप स्वीकार कर लिया। अमेरिकी सेना के पूर्व सदस्य 45 वर्षीय पीटर राफेल द्जीबिंस्की देबबिंस ने दिसंबर 1996 से जनवरी 2011 तक रूसी खुफिया एजेंटों के साथ साजिश रची।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार इस दौरान, देबबिंस ने समय-समय पर रूस का दौरा किया और रूसी खुफिया एजेंटों के साथ मुलाकात की। 1997 में, उसे रूसी खुफिया एजेंटों द्वारा एक कोड नेम दिया गया था और उसने एक बयान पर हस्ताक्षर किए, जिसमें लिखा गया था कि वह रूस के लिए काम करना चाहते हैं। अमेरिकी सेना के एक सदस्य के तौर पर देबबिंस को जो जानकारी मिली वह उसने रूसी खुफिया एजेंटों को महैया कराई। इसके अलावा उसने अमेरिकी सेना के रासायनिक और विशेष बलों की इकाइयों के बारे में जानकारी दी।
विशेष खुफिया बलों से जुड़ी जानकारी साझा की
संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया कि 2008 में, ड्यूटी छोड़ने के बाद,देबबिंस ने विशेष खुफिया बलों से जुड़ी जानकारी रूसी खुफिया एजेंटों से साझा की। उसने अपने पूर्व विशेष बल टीम के सदस्यों की संख्या और नाम के बारे में भी जानकारी प्रदान की, ताकि रूसी एजेंट यह पता कर पाएं कि क्या टीम के अन्य सदस्य रूसी खुफिया सेवा के साथ सहयोग कर सकते हैं?
उम्रकैद की सजा हो सकती है
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल जॉन डिमर्स ने कहा कि देबबिंस ने आज स्वीकार किया कि उसने रूस को संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा जानकारी मुहैया कराके इस देश के सर्वोच्च विश्वास का उल्लंघन किया। देबबिंस ने अपने शपथ का उल्लंघन किया व अपने देश और स्पेशल फोर्सेज टीम के सदस्यों को अमेरिका को नुकसान पहुंचाने और रूस की मदद करने के इरादे से धोखा दिया। उसको 26 फरवरी, 2021 को सजा सुनाई जानी है। उसे अधिकतम सजा उम्रकैद हो सकती है।