अमेरिकी ने सीरिया और इराक में किए हवाई हमले, ईरान समर्थित समूहों को बनाया निशाना
अमेरिकी सेना ने सीरिया में दो और इराक स्थित एक ठिकाने को निशाना बनाया है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि इन ठिकानों का इस्तेमाल इराक में अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ मानव रहित हवाई हमले करने के लिए उपयोग किया जा रहा था।
वाशिंगटन, एपी। अमेरिकी सेना ने राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश के बाद रविवार को इराक और सीरिया की सीमा के पास मौजूद ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों के खिलाफ हवाई हमले किए। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने हमले की जानकारी देते हुए कहा कि इन ठिकानों का इस्तेमाल इराक में अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ मानव रहित हवाई हमले करने के लिए उपयोग किया जा रहा था।
किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सेना ने सीरिया में दो और इराक स्थित एक ठिकाने को निशाना बनाया है। इस दौरान ऑपरेशनल और हथियार भंडारण सुविधाओं को निशाना बनाया गया। उन्होंने इन हवाई हमलों को 'रक्षात्मक' बताते हुए कहा कि ये ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों द्वारा हमलों के जवाब में किए गए हैं।
US military forces conducted defensive precision airstrikes against facilities used by Iran-backed militia groups in the Iraq-Syria border region: Pentagon Press Secretary John Kirby (1/2)— ANI (@ANI) June 28, 2021
बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद से जो बाइडन ने 5 महीने में दूसरी बार क्षेत्र में सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया है। इससे पहले फरवरी में अमेरिका ने इराकी सीमा के पास सीरिया में सुविधाओं पर हवाई हमले किए थे। बाइडन प्रशासन की तरफ से कहा गया कि इस सुविधाओं का इस्तेमाल ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों द्वारा किया जाता था। पेंटागन ने कहा था कि हमले फरवरी में इराक में किए रॉकेट हमले का प्रतिशोध था।
पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि बाइडन पूरी तरह से स्पष्ट है कि वह अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों की रक्षा के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय कानून के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका ने आत्मरक्षा के अपने अधिकार के अनुसार काम किया है। यह हमले के खतरे से निपटने के लिए बेहद जरूरी और सीमित दायरे में था।