सऊदी अरब में अतिरिक्त सेना तैनात करेगा अमेरिका: माइक पोंपियो
पिछले दिनों सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर ड्रोन से हमले हुए थे।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने और ईरानी आक्रमण पर लगाम लगाने के लिए सऊदी अरब को अतिरिक्त सेना और सैन्य उपकरण तैनात कर रहा है।
अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर हमले थे हुए
बता दें कि पिछले दिनों सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर ड्रोन से हमले हुए थे। अमेरिका ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। माइक पोंपियो ने एक बयान में कहा था कि ईरान ने दुनिया भर में तेल सप्लाई रोकने के लिए ये ड्रोन हमले करवाए हैं। ऐसे में अमेरिका के सऊदी अरब में अतिरिक्त सैन्य उपकरण तैनात करने पर कोई हैरानी नहीं हो रही है।
रिफाइनरियों को ड्रोन से बनाया गया था निशाना
ड्रोन हमलों का निशाना बनी अबकैक की तेल रिफाइनरी में हर दिन लगभग 70 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन होता है। अरामको के मुताबिक, ये दुनिया का सबसे बड़ा कच्चे तेल का स्टैबिलाइजेशन प्लांट है। साल 2006 में भी इस संयंत्र पर अलकायदा ने आत्मघाती हमला करने का प्रयास किया था, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था। ड्रोन हमले का दूसरा शिकार बना खुरैस संयंत्र, गावर के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी। इस संयंत्र से भी प्रतिदिन 15 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन किया जाता है।
गौरतलब है अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर हमला होने के बाद माइक पोंपियो ने ट्वीट कर कहा था, 'सऊदी अरब पर लगभग 100 हमलों के लिए तेहरान जिम्मेदार है, जबकि हसन रूहानी (ईरानी राष्ट्रपति) और जवाद ज़रीफ (ईरानी विदेश मंत्री) कूटनीति में शामिल होने का दिखावा करते हैं। तनाव घटाने की सभी मांगों के बीच, ईरान ने अब दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति पर एक अप्रत्याशित हमला किया है। इन हमलों में यमन का हाथ होने के कोई सबूत नहीं हैं।'