'ट्रंप प्रशासन में संयुक्त राज्य अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता देश बना'
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा दोनों देशों के मजबूत रिश्ते मौजूदा सरकार की प्राथमिकता। ट्रंप ने दी भारत के साथ संबंधों को नई ऊंचाई।
वाशिंगटन, प्रेट्र। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ संबंधों को ना केवल नई ऊंचाई प्रदान की है बल्कि इसे और मजबूत किया है। ऐसा किसी अन्य राष्ट्रपति के शासनकाल के दौरान नहीं देखा गया। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक ट्रंप ने दोनों देशों के संबंधों को प्राथमिकता देने के साथ ही साढ़े तीन वर्ष के दौरान साझेदारी के सभी पहलुओं को विस्तार देने का काम किया है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि कोरोना के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के पुननिर्माण में दोनों देशों की रुचियों को देखते हुए और भारत-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप इस महत्वपूर्ण साझेदारी को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। दोनों देशों के संबंधों को लेकर ट्रंप कितना गंभीर हैं, इसको इसी बात से समझा जा सकता है कि बिना किसी संधि के उन्होंने भारत को सशस्त्र एमक्यू-9 मानव रहित हवाई प्रणाली देने पर सहमति जताई है। अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के पदभार संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस का दौरा करने वाले पहले विदेशी नेताओं में से एक थे। उन्होंने इस दौरान हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान पूरी दुनिया ने दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी को देखा है।
अधिकारी ने कहा, 'हमने अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच परामर्श को बढ़ावा दिया। जिसके बाद सितंबर 2019 में पहली बार चारों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी।' ट्रंप प्रशासन के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता देश बन गया है। एक दशक पहले जहां एक भी हथियार भारत को नहीं बेचा जाता था वहीं अब 20 अरब डॉलर (लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये) के हथियार भारत को बेचे जाते हैं। हाल ही में दोनों देशों ने तीन अरब डॉलर के हथियार सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें एमएच-60आर नौसैनिक हेलीकाप्टर और एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल हैं।