शांति सैनिकों के लिए भारत से मिली वैक्सीन हुई खत्म, अब चीन से मंगाई : यूएन
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत से पिछले साल के शुरूआत मे ही दो लाख वैक्सीन के डोज शांति सैनिकों के लिए मिले थे। भारत ने दान में उस समय वैक्सीन दी थी जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
न्यूयार्क, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि भारत की पिछले साल शांति सैनिकों के लिए मुफ्त दी गई दो लाख वैक्सीन की खुराक सभी शांति सैनिकों को लग चुकी है। अब वैक्सीन की नई मांग आने के बाद 3 लाख वैक्सीन की खुराक चीन से मंगाई गई हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत से पिछले साल के शुरूआत मे ही दो लाख वैक्सीन के डोज शांति सैनिकों के लिए मिले थे। भारत ने दान में उस समय वैक्सीन दी थी, जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। संयुक्त राष्ट्र में वैक्सीन देने की घोषणा भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले साल फरवरी में की थी। उसके बाद मार्च में ही वैक्सीन की आपूर्ति कर दी गई।
भारत से मिली वैक्सीन सभी शांति सैनिकों को लगा दी गई है। अब चीन से वैक्सीन मंगाई गई है। संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में सबसे ज्यादा भारत का योगदान रहता है।
दुजारिक ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मचारियों, शांति सैनिकों व योजनाओं को लागू करने वाले सहयोगियों के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराने का अभियान जारी रखा जाएगा।
अमेरिका में अब 65 या उससे अधिक उम्र के लोगों को ही बूस्टर डोज
वहीं, दूसरी ओर अमेरिका में बाइडन प्रशासन सभी ऐसे वयस्कों को बूस्टर डोज देने की तैयारी कर रहा था, जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराक लिए आठ माह या उससे ज्यादा हो गया है। अब फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के स्पेशल पैनल ने प्रशासन की इस सिफारिश को खारिज कर दिया है। एफडीए ने अब 65 या उससे अधिक आयु के बुजुर्गो और कोरोना के उच्च खतरों वाले लोगों को ही फाइजर का बूस्टर डोज देने की सिफारिश की है। इनमें भी बूस्टर डोज ऐसे लोगों को दिया जाएगा, जिनको दोनों ही खुराक लिए छह माह से ज्यादा हो गया है।
24 घंटे के अंदर भारत में ढाई करोड़ से ज्यादा लगाए गए टीके
वहीं, दूसरी ओर भारत में 17 सितंबर को रिकार्ड स्तर पर टीकाकरण किया गया। शुक्रवार को भारत में 24 घंटे के अंदर ढाई करोड़ से ज्यादा टीके लगाए गए। टीकाकरण का यह अब तक का भारत में एक दिन में सर्वाधिक लगाए जाने वाले आंकड़ा है।