कठुआ और उन्नाव की घटनाओं पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
मंगलवार को उन्होंने कहा कि इस तरह की दुष्कर्म व हत्या की वारदातें समाज के लिए घातक हैं। दोनों ही मामलों में परिवार भय के साए में जी रहा है और उन्हें न्याय का इंतजार है।
यूनाइटेड नेशंस, प्रेट्र: महिला सशक्तिकरण पर संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि कठुआ और उन्नाव की वारदातें मानवता को शर्मसार करने वाली हैं। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि मामलों के सूत्रधारों को सजा भी नहीं मिल सकी है। यह सभी के लिए खतरे की घंटी है। एजेंसी की कार्यकारी निदेशक फमजिले म्लांबो नगकूक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की भारत में स्थानीय समन्वयक यूरी अफानसेव का वक्तव्य और पीएम नरेंद्र मोदी की निंदा महत्वपूर्ण है, लेकिन मामले में कार्रवाई इन सबसे ज्यादा अहम है।
मंगलवार को उन्होंने कहा कि इस तरह की दुष्कर्म व हत्या की वारदातें समाज के लिए घातक हैं। दोनों ही मामलों में परिवार भय के साए में जी रहा है और उन्हें न्याय का इंतजार है। यूरी अफानसेव का कहना है कि भारत में जिस तरह से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, वो चिंताजनक है। उनका कहना है कि विवेचना व न्यायिक प्रक्रिया पर सभी की नजर है और उम्मीद है कि पीडि़तों को न्याय मिलेगा।