अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आज, कोरोना संकट में और बढ़ी अहमियत, UNGA ने गिनाए फायदे
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। ऐसे में लोगों को चिंता और परेशानियों से राहत के लिए योग करना महत्वपूर्ण हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआइ। आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कोरोना संबंधी प्रतिबंधों के चलते तथा शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि कोरोना महामारी ने दुनिया भर के लोगों की जीवनशैली को बदलकर कर रख दिया है। जीवनशैली में आए बदलाव से लोगों में अवसाद और चिंता का स्तर बढ़ा है।
टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि दुनियाभर से इस तरह के रूझान के आ रहे हैं कि कोरोना के चलते आई परेशानियों से निपटने के लिए लोग योग का सहारा ले रहे हैं। इस वर्ष 'योग फॉर हेल्थ, योग एट होम' थीम के तहत प्रसिद्ध योग गुरुओं द्वारा डिजाइन किए गए योग मॉड्यूल तैयार किए गए हैं, जिसका अभ्यास किसी भी आयु वर्ग का व्यक्ति घर बैठे कर सकता है। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना के दूसरे दौर को लेकर भी दुनिया को पहले ही आगाह कर चुका है।
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी मिशन योग दिवस का कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित करता था। इस बार मिशन ने शुक्रवार को कोरोना के चलते डिजिटल कार्यक्रम 'योग फॉर हेल्थ-योग एट होम' का आयोजन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की अहमियत बताते हुए कहा कि कोरोना के चलते लोगों में ना केवल अकेलापन बढ़ा है बल्कि बेचैनी भी बढ़ी है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए योग करना आज के समय में महत्वपूर्ण है।
महासभा के अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बंदे ने अपने डिजिटल संदेश में कहा कि वैश्विक महामारी के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शारीरिक दूरी के कारण लोगों में अकेलापन बढ़ा है और आर्थिक परेशानियों के कारण बेचैनी बढ़ी है तथा बीमारी का डर और प्रियजन की चिंता भी लोगों को खाए जा रही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण जो परेशानियां पैदा हुई हैं उनसे जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए योग बेहद महत्वपूर्ण है।