सोपोर आतंकी हमले के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाना चाहता है UN, पाक आतंकी उस्मान ने किया CRPF पर हमला
यूएन ने कहा है कि कश्मीर में एक नागरिक और सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल की हत्या के लिए जो लोग भी जिम्मेदार थे उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
युनाइटेड नेशंस, आइएएनएस। जम्मू कश्मीर के सोपोर में बुधवार सुबह सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर हुए हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र(यूएन) ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। यूएन ने सोपोर में हुए आतंकी हमले को लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाए जाने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता के अनुसार, कश्मीर में एक नागरिक और सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल की हत्या के लिए जो लोग भी जिम्मेदार थे, उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
बुधवार को अपने दैनिक ब्रीफिंग में सोपोर में हुई आतंकी घटना के बारे में पूछे जाने पर स्टीफन दुजारिक ने कहा, हम इस पर गौर करेंगे। जाहिर है कि जिम्मेदार लोगों को ध्यान में रखा जाना चाहिए था। लेकिन मैं इसे आगे देखना चाहता हूं।
पाकिस्तानी आतंकी उस्मान ने किया सीआरपीएफ पर हमला
उत्तरी कश्मीर में बारामुला जिले के सोपोर इलाके में सुबह को आतंकी हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद और दो घायल हो गए। आतंकियों की गोली से 65 वर्षीय बुजुर्ग भी मौत हुई है। हमले के बाद आतंकी भाग निकले। हालांकि,किसी आतंकी संगठन ने देर रात तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी, लेकिन पुलिस के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी उस्मान ने स्थानीय आतंकी आदिल के साथ वारदात को अंजाम दिया है।
कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के अनुसार लश्कर-ए-तैयबा (एल-ए-टी) ने बुधवार को सोपोर में इस आतंकी हमले को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि एक विदेशी, उस्मान और एक स्थानीय व्यक्ति आदिल, एक मस्जिद से की गई शूटिंग के लिए जिम्मेदार थे जब सीआरपीएफ के जवान अपनी गाड़ियों से बाहर निकल रहे थे। विजय कुमार ने कहा कि सीआरपीएफ ने इस हमले में जवाबी कार्रवाई नहीं की और मारे गए नागरिक बशीर अहमद खान के तीन वर्षीय पोते को बचाया।
कैसे हुई घटना ?
सीआरपीएफ के जवान रोजाना की तरह सोपोर के मॉडल टाउन में बुधवार सुबह नाका लगा रहे थे। इसी दौरान मस्जिद के पास घात लगाए बैठे आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें सीआरपीएफ के तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलियों की आवाज से इलाके में अफरातफरी मच गई। मुस्तफाबाद एचएमटी श्रीनगर निवासी ठेकेदार बशीर अहमद खान (65 वर्षीय) भी अपने नाती को लेकर कार से बाहर निकले और भागने लगे, लेकिन आतंकियों द्वारा की जा रही फायरिंग की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसी दौरान सीआरपीएफ के अन्य जवानों ने अपनी पोजीशन ली और जवाबी गोलीबारी की। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक आतंकी भाग निकले। घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया, जहां हेड कांस्टेबल दीपचंद वर्मा शहीद हो गए।