ईरान परमाणु कार्यक्रम पर स्थिति साफ करे और समझौते का पालन करे- एंटोनियो गुतेरस
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर यूएन अब अमेरिका के समझौते से अलग होने से पहले की स्थिति लाना चाहता है। महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने ईरान से परमाणु कार्यक्रम पर चिंताओं को लेकर स्थिति साफ करने और समझौते का पालन करने को कहा है।
न्यूयॉर्क, एपी। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अब अमेरिका के समझौते से अलग होने से पहले की स्थिति लाना चाहता है। इसके लिए उसने पहल शुरू कर दी है। महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने ईरान से कहा है कि वह परमाणु और बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर उत्पन्न चिंताओं के संबंध में अपनी स्थिति साफ करे और 2015 के परमाणु समझौते का पूरी तरह से पालन करे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सुरक्षा परिषद की उस रिपोर्ट पर भी अफसोस जताया है, जिसमें ट्रंप प्रशासन ने 2018 में समझौते से अपने को अलग करते हुए ईरान पर दोबारा पाबंदियां लगा दी हैं। उन्होंने 2019 के ईरान के उस निर्णय पर भी चिंता जाहिर की, जिसमें उसने यूरेनियम संवर्द्धन की सीमा को बढ़ा दिया है।
गुतेरस ने कहा कि पिछले पांच साल में 2015 के समझौते पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के द्वारा परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर निरंतर निगरानी, संवाद और कूटनीतिक कदम उठाए जा रहे थे। लेकिन ट्रंप प्रशासन ने समझौते को ही गलत कदम बता दिया और 2018 में समझौते से पूरी तरह से अलग हो गए।
ज्ञात हो कि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान से 2015 में हुए परमाणु समझौते पर वापस लौटने के संकेत दिए थे। माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों से स्थितियां सामान्य हो सकती हैं। संयुक्त राष्ट्र में इस संबंध में सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट पर 22 दिसंबर को विचार-विमर्श किया जाएगा।
इससे पहले ईरान द्वारा यूरेनियम संवर्द्धन बढ़ाने की घोषणा पर फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने कड़ी आपत्ति जाहिर की थी और गंभीर परिणाम को लेकर चेताया था। तीनों देशों ने कहा था कि अगर ईरान कूटनीति संबंध बनाए रखना चाहता है, तो वह कोई नया कदम न उठाए। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान यूरेनियम संवर्द्धन के लिए आइआर-2 एम सेंट्रीफ्यूज लगा रहा है। इससे परमाणु बम बनाने वाला यूरेनियम तैयार किया जा सकता है।