संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जी-20 देशों से की कोरोना के खिलाफ एकजुट लड़ाई की अपील, अगले महीने बैठक
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अब यह समझेगा कि उन्हें वायरस से लड़ने में बहुत अधिक एकजुट होने की आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र, एपी। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जी20 देशों से कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुट लड़ाई की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का कहना है कि यह बहुत निराशाजनक है कि 20 प्रमुख औद्योगिक देशों के नेता मार्च में एक साथ नहीं आए और उन्होंने सभी देशों में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एकजुटता नहीं दिखाई। उन्होंने आगे कहा कि नतीजा यह है कि हर देश कभी-कभी विरोधाभासी कार्रवाई कर रहे हैं, और कोरोना वायरस पूर्व से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण, संक्रमण की दूसरी लहरों के साथ अब कई देशों को प्रभावित कर रहा है।
अगले महीने होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन से पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अब यह समझेगा कि उन्हें वायरस से लड़ने में बहुत अधिक एकजुट होने की आवश्यकता है। गुटेरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र भी जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान इस बात की वकालत करेगा कि जब एक कोरोना वैक्सीन आएगी तो यह हर जगह, सभी के लिए वास्तव में सस्ती उपलब्ध होगी।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र दिवस’ से पहले यूएन महासचिव (UN General Secretary) एंतोनियो गुतारेज ने वैश्विक संकट को लेकर चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक एकजुटता (Global solidarity) पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल दुनिया के सामने कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) से लेकर जलवायु परिवर्तन तक विश्व के सामने बड़ी चुनौतियां हैं, जिससे एकजुटता और सहयोग से ही निपटा जा सकता है।
एंतोनियो गुतारेज ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) की 75वीं वर्षगांठ कोरोना महामारी के बीच आ रही है, आज का मिशन पहले से कहीं ज्यादा मायने रखता है, इसीलिए मानवीय गरिमा को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। मानवाधिकारों की रक्षा के लिए सभी को साथ आना होगा। वैश्विक एकता के जरिए अंतरराष्ट्रीय कानून (International Law) का सम्मान करके मानवता को बचाना होगा।