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Russia Ukraine War: मारीपोल बंदरगाह पहुंचा रूसी जहाज, यूक्रेन का आरोप- संसाधनों की लूटपाट कर रहा रूस

मार‍ीपोल पर कब्‍जा करने के बाद अब रूस अपने मंसूबों को अंजाम देने लगा है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक पहली बार एक रूसी जहाज मारीपोल के यूक्रेनी बंदरगाह में दाखिल हुआ। यूक्रेन का आरोप है कि रूस मारीपोल में संसाधनों की लूटपाट में कर रहा है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 04:04 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 04:34 PM (IST)
Russia Ukraine War: मारीपोल बंदरगाह पहुंचा रूसी जहाज, यूक्रेन का आरोप- संसाधनों की लूटपाट कर रहा रूस
मारीपोल सी-पोर्ट के एक क्षेत्र में तैनात रूसी सैनिक (AP Photo)

कीव, रायटर। मार‍ीपोल पर कब्‍जा करने के बाद अब रूस अपने मंसूबों को अंजाम देने लगा है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक पहली बार एक रूसी जहाज मारीपोल के यूक्रेनी बंदरगाह में दाखिल हुआ। यूक्रेन का आरोप है कि रूस मारीपोल में संसाधनों की लूटपाट में कर रहा है। बंदरगाह के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी TASS को बताया कि यह पोत सोमवार को रूसी शहर रोस्तोव-आन-डान से 160 किलोमीटर पूर्व की यात्रा करने से पहले 2,700 टन धातु लोड कर रहा होगा।

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हालां‍कि प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि इस जहाज पर लोड की जा रही धातु का उत्पादन कहां किया गया था। वहीं यूक्रेन के मानवाधिकार लोकपाल ल्यूडमिला डेनिसोवा (Lyudmyla Denisova) ने कहा कि यह शिपमेंट लूट की राशि है। उन्‍होंने टेलीग्राम मैसेजिंग एप पर लिखा- यूक्रेन के अस्थायी कब्जे वाले क्षेत्रों में लूटपाट जारी है। यूक्रेनी अनाज की चोरी के बाद अब रूस ने मारीपोल से धातु उत्पादों का निर्यात करने का मन बनाया है।

वहीं यूक्रेन की सबसे बड़ी इस्पात निर्माता कंपनी मेटिनवेस्ट (Metinvest) ने शुक्रवार को कहा कि वह चिंतित है कि रूस उसके धातु उत्पादों की चोरी और तस्करी करने के लिए मारीपोल में फंसे जहाजों का इस्‍तेमाल कर सकता है। कंपनी ने रूस पर डकैती का आरोप लगाया। यह पूछे जाने पर कि क्या रूस की ओर से बाहर भेजी जाने वाली धातु मेटिनवेस्ट की है, कंपनी के प्रवक्ता ने कहा- हमने कहा था कि हमारी धातु मारीपोल के बंदरगाह में फंसी है। 

इस बीच यूक्रेन को अमेरिका से 20 अरब डालर से ज्यादा के हथियार मिलने वाले हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में इस रकम को जारी करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। यूक्रेन इस रकम से लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार खरीदना चाहता है। यही नहीं अमेरिका भी यूक्रेन (Ukraine) को यह हथियार देने का मन बना रहा है। हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने इस कदम से स्थितियां और बिगड़ने का अंदेशा जताया है।


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