अंतरिक्ष में मौजूद ISS से दिखाई दिया UFO, पल भर में हुआ गायब, क्या है इसकी सच्चाई
अंतरिक्ष में मौजूद ISS से एक यूएफओ के दिखाई देने वाले वीडियो ने नेटीजंंस के बीच खलबली पैदा कर दी है। इसकी रफ्तार बेहद तेज थी और यह पलभर में गायब भी हो गया।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। बीते कुछ माह से खासकर चंद्रयान के लॉन्च होने से अब तक दुनिया का ध्यान ब्रह्मांड में चल रही हलचल पर लगा हुआ है। हर खास और आम में इसको लेकर दिलचस्पी भी देखी जा सकती है। इस दिलचस्पी को बाहरी दुनिया से आने वाली एक अंजानी सी चीज ने और ज्यादा बढ़ा दिया है। इसको वैज्ञानिक आम भाषा में यूएफओ या Unidentified Flying Object/UFO कहते हैं। पृथ्वी पर कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं कि जिसमें यह कहा गया है कि कोई अंजानी सी चीज हमारे वायुमंडल में उड़ती हुई देखी गई और फिर अचानक से गायब भी हो गई। आईएसएस से दिखाई देने वाली यह पहली घटना भी नहीं है। इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं।
विक्रम लैंडर
इसी माह जब चांद की सतह पर विक्रम लैंडर (Lander Vikram) गलत तरह से उतरा और इसरो के मिशन कंट्रोल रूम (ISRO Mission Control Room)से उसका संपर्क टूटा तो इसके दो दिन बाद चीन के सबसे बड़े टेलिस्कोप ने कुछ अंजाने संकेतों को रिकॉर्ड किया था। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सिग्नल गहरे ब्रह्मांड (Signal received from Deep Space) से मिले थे। फिलहाल वैज्ञानिक इनका विश्लेषण कर रहे हैं। लेकिन इन संकेंतों और इससे पहले सामने आने वाली घटनाओं के आधार पर वैज्ञानिक मानते हैं कि इस विशाल ब्रह्मांड में हम अकेले बिल्कुल नहीं है।
ISS की लाइव फीड में दिखाई दिया UFO
इसी तरह का एक एक्सपीरियंस एक नेटीजन (Space Netizen) को भी हुआ है। यह एक्सपीरियंस आसमान में मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station या ISS) की लाइव फीड को देखते हुए हुआ है। अब यही लाइव फुटेज नेटीजन के बीच चर्चा और बहस का सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है। किसी पिरामिड (large triangular craft)की तरह दिखाई देने वाली यह अंजानी सी चीज यूएस स्पेस फोर्स शिप की तरह दिखाई दे रही थी। आपको बता दें कि आईएसएस हमेशा धरती पर मौजूद कंट्रोल रूम से संपर्क में रहता और इसकी लाइव फीड लगातार जारी रहती है। इसी लाइव फीड के दौरान ब्रह्मांड में यह अंजानी चीज देखी गई है। इस वीडियो को यूट्यूब पर भी डाला गया है जिसको लेकर जबरदस्त बहस जारी है। आईएसएस (ISS) से दिखाई देने वाला इस फ्लाइंग ऑब्जेक्ट (Flying Object Video) की वीडियो MrMBB333 (netizen MrMBB333) ने शेयर की है।
किसी चीज की परछाई नहीं
नेटीजन की मानें तो ब्रह्मांड में दिखाई देने वाली यह अंजानी चीज किसी चीज की परछाई नहीं है, बल्कि इससे आती रोशनी में इसकी बनावट का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। इसमें यूजर ने यहां तक कहा है कि यूएफओ गायब होने से पहले काफी तेज रफ्तार में था। यहां पर यूजर के दावों और अब से पूर्व सामने आई जानकारियों का मिलान किया जाए तो काफी कुछ चीजें समान हैं। अब से पहले भी जब-जब यूएफओ या इसी तरह की अंजानी चीजों के दिखाई देने वाली घटनाएं सामने आई हैं तब-तब माना गया है कि यह बेहद तेज रफ्तार के साथ उड़ते हुए आसमान में गायब हो गई।
यूएफओ को लेकर कुछ बयान
हाल ही में अमेरिका के पेंटागन की तरफ से इस तरह के यूएफओ को लेकर बयान सामने आए थे। यह बयान 2017 और 2018 में न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा जारी किए गए तीन वीडियो पर दिए गए थे। डिप्टी चीफ ऑफ नेवी ऑपरेशंस फॉर इंफॉर्मेशन वारफेयर के प्रवक्ता ने माना था कि नेवी ने इन तीनों वीडियों में दिखाई दी जाने वाली अजीब से चीज को एक क्राफ्ट या अनआईडेंटिफाई एरियल फिनोमिना (Unidentified Aerial Phenomena) के तौर पर लिया है। इसका सीधा अर्थ है कि आसमान में जो चीज जो इन तीनों वीडियो में दिखाई दी वह सही थी।
दावे कहीं न कहीं सही
गौरतलब है कि यूएस नेवी के पायलट (US Navy Pilot) ने यह वीडियो बनाई थी। इसके मुताबिक पायलट को दूर आसमान में एक अंजानी सी चीज दिखाई दी थी जिसकी स्पीड बहुत ज्यादा थी और पल भर के अंदर वह गायब भी हो गई थी। लिहाजा यहां पर MrMBB333 के दावे कहीं न कहीं सही नजर आते हैं। नेटीजन ने अपने इस वीडियो में इस यूएफओ को स्लोमोशन में जूम कर भी दिखाया है। ऐसा करने पर इस यूएफओ से आने वाली रोशनी को भी देखा जा सकता है।
ध्यान अपनी तरफ खींचा
नेटीजन के बीच चर्चा का विषय बनने वाली इस वीडियो ने कई लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है। कुछ इसको एलियंस से जोड़कर देख रहे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो इसको अंतरिक्ष में मौजूद यूएस स्पेस फोर्स की मौजूदगी बता रहे हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि अगस्त में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूनाइटेड स्टेट स्पेस कमांड ( United States Space Command) (SPACECOM) की घोषणा की थी। उनका कहना था कि इससे अमेरिका को अंतरिक्ष में दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने की आजादी मिल जाएगी। इससे अमेरिका पर होने वाले किसी भी हमले को नाकाम किया जा सकेगा। अमेरिका ने पेंटागन से इसके लिए बिल्कुल अलग एक स्पेस फोर्स बनाने को भी कहा है। इसका नाम SPACECOM है। यह स्पेस फाइटिंग यूनिट्स होगी जो अमेरिका की सभी यूएस आर्म्ड फोर्स के दिशा निर्देशों पर काम करेगी।
अमेरिका के आसमान में यूएफओ
अमेरिका में पहली बार 1947 में दो बार इस तरह के यूएफओ को देखा गया था। इनमें से एक न्यू मैक्सिको में रोसवेल तो दूसरी बार माउंट रेनियर के आसमान में कुछ अंजानी सी चीज दिखाई दी थी। दूसरी बार यह केनेथ अर्नोल्ड नामक पायलट को दिखाई दी थी जिसने ने इसको सॉसर" या पाई पैन की तरह का बताया था। हालांकि यूएस एयर फोर्स ने इस बात को खारिज कर दिया था और आंखों का फेर बताया था। हालांकि मीडिया ने माना था कि यह दूसरे ग्रह से आने वाली कोई फ्लाइंग तश्तरी थी।
इस ब्रह्मांड में अकेले नहीं हैं हम, कोई है जिसने हमें तलाश लिया और हमसे अब तक है छिपा!