अमेरिकी चुनाव में इन दो भारतवंशियों ने की रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी पर दावेदारी
रिपब्लिकन पार्टी के संभावित मजबूत प्रत्याशियों की सूची में दो भारतवंशियों के नाम भी शामिल हो गए हैं।
ह्यूस्टन, प्रेट्र। रिपब्लिकन पार्टी के संभावित मजबूत प्रत्याशियों की सूची में दो भारतवंशियों के नाम भी शामिल हो गए हैं। वे चुनाव में टेक्सास के संसदीय जिले के लिए पार्टी की तरफ से नामित होना चाहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसी पार्टी के उम्मीदवार थे।
तेलंगाना के रहने वाले हैं रेड्डी
फोर्टबेंड जिले के बांगर रेड्डी और डैन मैथ्यूज टेक्सास के 22वें संसदीय जिले से नए उम्मीदवार हैं, जो अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य पीट ओल्सन का स्थान लेना चाहते हैं। ओल्सन वर्ष 2009 से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पिछले 25 वषरें से भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सक्रिय सदस्य रेड्डी मूल रूप से तेलंगाना के मध्यमवर्गीय किसान परिवार से हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग में दो बार स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। रेड्डी के पास आइटी उद्योग में बतौर पेशेवर 20 साल का अनुभव है।
रेड्डी ने कहा कि वह अपने अभियान की औपचारिक घोषणा से पहले इस हफ्ते संघीय निर्वाचन आयोग में दस्तावेज जमा करेंगे। उनका मुख्य एजेंडा रूढि़वादी मूल्यों के साथ रिपब्लिकन उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना और जनता की सेवा के लिए राजनीति का इस्तेमाल करना है।
पेशे से केमिकल इंजीनियर मैथ्यूज ने कहा कि अपनी उम्मीदवारी से वह रिपब्लिकन पार्टी (ग्रैंड ओल्ड पार्टी-जीओपी) में विविधता ला रहे हैं। उनका एजेंडा कट्टर वामपंथियों को रोकना तथा राष्ट्रपति व इजराइल के साथ खड़ा रहना है।
तुलसी गेबार्ड के चुनाव को लगा था झटका
गौरतलब है कि अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड को राष्ट्रपति उम्मीदवारी से जुड़ी डेमोक्रेटिक पार्टी की तीसरी प्राइमरी बहस में जगह नहीं मिली। 12 सिंतबर को ह्यूस्टन में होने वाली इस बहस के लिए डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी (DNC) ने केवल दस लोगों को चुना है। पहली और दूसरी बहस में 20 से ज्यादा दावेदारों ने हिस्सा लिया था। तीसरी प्राइमरी बहस में जगह नहीं मिलने से गबार्ड के चुनाव अभियान को करारा झटका लगा है। इसके बावजूद वह अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार बनने के लिए अभियान जारी रखेंगी।