रिपब्लिकन चाहे तो राष्ट्रपति ट्रंप का महाभियोग परीक्षण दो सप्ताह में समाप्त हो जाएगा
यदि डेमोक्रेट्स द्वारा लगाए सभी आरोप रिपब्लिकन खारिज का देें तो यह परीक्ष्ण दो सप्ताह में खत्म हो जाएगा।
वाशिंगटन, एजेंसी । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियाेग की प्रक्रिया तेज हो गई है। एेसे में यह कहा जा रहा है कि यदि रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य चाहे तो राष्ट्रपति ट्रंप का परीक्षण दो सप्ताह में समाप्त हो जाएगा। आगे कहा गया है कि यदि डेमोक्रेट्स द्वारा लगाए सभी आरोप रिपब्लिकन खारिज का देें तो यह परीक्ष्ण दो सप्ताह में खत्म हो जाएगा। इसके पहले 1999 में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर महाभियोग का मुकदमा पांच सप्ताह तक चला था। 1868 में एंड्रयू जॉनसन पर महाभियोग की प्रक्रिया तीन महीने तक चली थी।
बता दें कि अमरीकी संसद के उच्च सदन सीनेट में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर महाभियोग का मुकदमा शुरू हो गया है। दो दिन पूर्व 100 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर चल रहे महाभियोग के मुक़दमे में जज के तौर पर न्याय करने की शपथ ली। अमरीकी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने सांसदों को निष्पक्ष रूप से न्याय करने' की शपथ दिलाई।
चीफ जस्टिस रॉबर्ट्स ने सांसदों से पूछा कि क्या आप प्रतिज्ञा करते हैं कि अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड जॉन ट्रंप के खिलाफ चल रहे महाभियोग के मुक़दमे में संविधान और क़ानून के मुताबिक़ निष्पक्ष रूप से न्याय करेंगे ? इस पर सांसदों ने जॉन रॉबर्ट्स को हां में जवाब दिया और इसके बाद सभी ने शपथ ली। बता दें कि अमरीकी संसद के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा में पिछले साल 18 दिसंबर को ट्रंप के ख़िलाफ़ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने को मंज़ूरी दी गई थी। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने संसद के काम में बाधा डाली और सत्ता का दुरुपयोग कर यूक्रेन पर दबाव बनाया कि वो ट्रंप के राजनीतिक प्रतिद्वंदवी जो बाइडन और उनके बेटे के ख़िलाफ़ जांच करे।
उधर, राष्ट्रपति ट्रंप की लीगल टीम ने उनके ख़िलाफ़ महाभियोग के मामले में अपना पहला औपचारिक जवाब पेश कर दिया है। इसमें उन्होंने आरोपों को अमरीकी लोगों पर ख़तरनाक हमला बताया है। लीगल टीम ने छह पन्नों के पत्र में कहा है कि ट्रंप पर अपराध करने का आरोप बेबुनियाद गौर गलत है। ट्रंप अमरीकी इतिहास में ऐसे तीसरे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर महाभियोग लगाया गया है। ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने संसद के काम में बाधा डाली और सत्ता का दुरुपयोग कर यूक्रेन पर दबाव बनाया कि वो ट्रंप के राजनीतिक प्रतिद्वंदवी जो बाइडन और उनके बेटे के ख़िलाफ़ जांच करे। बता दें कि अमरीकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट में राष्ट्रपति ट्रंप पर महाभियोग का मुकदमा शुरू हो गया है। मामले की सुनवाई अगले सप्ताह से शुरू होगी।