कीटाणुनाशक इंजेक्ट करने के बयान पर हुई किरकिरी तो बोले ट्रंप, यह तो एक 'मजाक' था
ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने चिकित्सीय पेशेवरों को कोरोना के मरीजों के संभावित उपचार के लिए शरीर में कीटाणुनाशक इंजेक्ट करने की बात व्यंग्य के तौर पर कही थी।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने अपने उस बयान पर सफाई दी है जिसमें उन्होंने कहा था कि इस पर अध्ययन किया जाना चाहिए कि क्या कीटाणुनाशकों को शरीर में इंजेक्ट करने से कोविड-19 के संक्रमण का इलाज हो सकता है। इस बयान की चौतरफा आलोचनाओं के बीच ट्रंप ने कहा है कि दरअसल उन्होंने चिकित्सीय पेशेवरों को कोरोना के मरीजों के संभावित उपचार के लिए शरीर में कीटाणुनाशक इंजेक्ट करने या पराबैंगनी किरणों के प्रयोग पर विचार करने की बात 'व्यंग्य' के तौर पर कही थी।
डोनाल्ड ट्रंप के बयान की चौतरफा आलोचना हो रही थी। बयान के बाद अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों को आगे आकर लोगों से अपील करनी पड़ी थी कि वे इस खतरनाक सलाह को नहीं मानें क्योंकि ऐसा करने से जान भी जा सकती है। यहां तक कि कीटाणुनाकश निर्माता कंपनियों ने भी आगाह किया था कि रोगाणुनाशक का शरीर में प्रवेश जानलेवा है। शुक्रवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति से उनकी टिप्प्णी की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंसंवाददाताओं से मजाक में सवाल पूछ रहा था बस यह देखने के लिए कि आखिर आगे होता क्या है। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह ऐसे कीटाणुनाशक के बारे में पूछ रहे थे जिसे सुरक्षित तरीके से लोग अपने हाथों को साफ कर सकें।
ओवल ऑफिस में एक संवाददाता ने ट्रंप को यह भी ध्यान दिलाया कि गुरुवार को तो वह विचार रखते हुए वह मंच पर उनके बगल में खड़े विशेषज्ञों की ओर सवालिया नजर से देख रहे थे। इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि दरअसल मैं उन अधिकारियों से पूछ रहा था कि हाथों पर धूप लेने या रोगाणुनाशक मलने से हमें वायरस को मारने में मदद मिल सकती है या नहीं... बता दें कि ट्रंप के बयान के बाद कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में आपातकालीन चिकित्सा में ग्लोबल हेल्थ के निदेशक क्रेग स्पेंसर ने कहा कि लोग ऐसी सलाह से मर जाएंगे। यही नहीं कोलंबिया यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर की एसोसिएट प्रोफेसर डारा कास ने भी ट्वीट के जरिए लोगों से ऐसी चीजों को आजमाने से बचने की सलाह दी थी।