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ट्रंप बोले, गूगल के सीईओ चीन की सेना नहीं अमेरिका के लिए प्रतिबद्ध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ह्वाइट हाउस में सुंदर पिचाई से मुलाकात के बाद कहा है कि गूगल के सीईओ चीन की सेना के प्रति नहीं अमेरिका की सुरक्षा के लिए समर्पित हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 28 Mar 2019 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 28 Mar 2019 10:00 AM (IST)
ट्रंप बोले, गूगल के सीईओ चीन की सेना नहीं अमेरिका के लिए प्रतिबद्ध
ट्रंप बोले, गूगल के सीईओ चीन की सेना नहीं अमेरिका के लिए प्रतिबद्ध

वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई चीनी सेना नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिचाई ने मुझे आश्वस्त किया है कि वह पूरी तरह अमेरिकी सुरक्षा के प्रति वचनबद्ध हैं। ट्रंप ने पूर्व में गूगल के भारतवंशी सीईओ पर आरोप लगाया था कि वह अप्रत्यक्ष रूप से चीनी सेना को मजबूत कर रहे हैं।

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ह्वाइट हाउस में बुधवार को पिचाई से मुलाकात के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, 'गूगल के अध्यक्ष सुंदर पिचाई से अभी मुलाकात हुई। वह साफ तौर पर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि वह चीनी सेना नहीं, बल्कि अमेरिकी सेना के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।' इस माह की शुरुआत में ट्रंप ने यह आरोप लगाया था कि चीन में गूगल की कारोबारी गतिविधियों से चीन और उसकी सेना को मदद मिल रही है।

अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने भी संसद से शिकायत की थी कि चीन में गूगल के काम से वहां की सेना को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ हो रहा है। उन्होंने अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल से अगली पीढ़ी की 5जी वायरलेस तकनीक पर तेजी से काम करने का आग्रह भी किया था ताकि अमेरिकी बाजारों को चीन की हुआवे जैसी टेलीकॉम कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना पड़े। डेनफोर्ड ने 5जी क्षेत्र में दबदबे को देश हित में बताया था। 

वहीं गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के सीईओ ने अमेरिकी सरकार के साथ काम करने की प्रतिबद्धता और उभरती प्रौद्योगिकी के विषय पर राष्ट्रपति से बातचीत की। कंपनी पिचाई और राष्ट्रपति के बीच काफी उपयोगी बातचीत को लेकर खुश है। इससे पहले ट्रंप ने पिचाई पर चीन की सेना को अप्रत्यक्ष रूप से मजबूत करने का आरोप लगाया था। इस महीने की शुरुआत में ट्रंप ने कहा था कि चीन में गूगल की व्यावसायिक गतिविधियां चीन और उसकी सेना की मदद कर रही हैं।

उल्लेखनीय है कि चीन के लिए काम करने को लेकर अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्ड भी गूगल की आलोचना कर चुके हैं। अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि गूगल चीन में जो काम कर रहा है, उससे अप्रत्यक्ष रूप से चीन की सशस्त्र सेनाओं को फायदा पहुंच रहा है।


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