ट्रंप प्रशासन ने कोरोना से लड़ने 2.5 अरब डॉलर की बनाई योजना, 29 देशों और क्षेत्रों में फैल चुका वायरस
इसमें एक अरब डॉलर टीका के लिए खर्च होगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि धन का इस्तेमाल चिकित्सीय वैक्सीन विकास और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के भंडार के लिए किया जाएगा।
वॉशिंगटन, एजेंसी । ट्रंप प्रशासन ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक बड़ी योजना तैयार की है। यह योजना 2.5 अरब डॉलर की है। इसमें एक अरब डॉलर टीका के लिए खर्च होगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि धन का इस्तेमाल चिकित्सीय, वैक्सीन विकास और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के भंडार के लिए किया जाएगा, लेकिन इस धन को कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत है।
व्हाइट हाउस ने कांग्रेस को भेजा प्रस्ताव
मगंलवार को व्हाइट हाउस कार्यालय प्रबंधन और बजट के प्रवक्ता राहेल सेमेल ने कहा कि ट्रंप प्रशासन अाज कांग्रेस को वैक्सीन के विकास, सहायता तैयारियों और प्रतिक्रिया गतिविधियों में तेजी लाने और बहुत आवश्यक उपकरण और आपूर्ति की खरीद के लिए $ 2.5 बिलियन की पूरक निधि योजना का प्रसारण कर रहा है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में अब तक सीमित मामलों के बावजूद वायरस का मुकाबला करने के लिए तत्पर है। व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन कोरोना वायरस के प्रसार को बहुत गंभीरता से लेता है। इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस दक्षिण कोरिया ईरान और इटली में फैलने के साथ मुख्य भूमि चीन से परे कुछ 29 देशों और क्षेत्रों में फैल चुका है।
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों की दर में गिरावट
उधर, चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों की दर में कुछ गिरावट देखी जा रही है। नतीजन कोरोना वायरस (कोविड-19) प्रकोप के केंद्र वुहान में लगी पाबंदियों में कुछ ढील दी गई है। उधर, सरकारी ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क के अनुसार, चीन की सर्वोच्च विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की स्थायी समिति की सोमवार को हुई बैठक में सत्र को स्थगित करने का फैसला लिया गया। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण संसद के सालाना सत्र को स्थगित कर दिया है। संसद सत्र पांच मार्च से शुरू होने वाला था। चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शासन में कई दशकों में पहली बार इस तरह का अप्रत्याशित कदम उठाया गया है।