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पूर्व विदेश मंत्री ने ट्रंप को बताया अनुशासनहीन, राष्ट्रपति ने दिया जवाब- वो गूंगे और आलसी थे

विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अनुशासित नहीें हैं और वह लगातार कानून तोड़ने वालों में से हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Sat, 08 Dec 2018 08:57 AM (IST)Updated: Sat, 08 Dec 2018 08:57 AM (IST)
पूर्व विदेश मंत्री ने ट्रंप को बताया अनुशासनहीन, राष्ट्रपति ने दिया जवाब- वो गूंगे और आलसी थे
पूर्व विदेश मंत्री ने ट्रंप को बताया अनुशासनहीन, राष्ट्रपति ने दिया जवाब- वो गूंगे और आलसी थे

वॉशिंगटन (एएफपी)। ट्रंप प्रशासन के पूर्व मंत्री ने राष्ट्रपति को अनुशासनहीन और कानून को तोड़ने वाला बताया है। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अनुशासित नहीें हैं और लगातार कानून तोड़ने वालों में से हैं। वहीं ट्रंप ने जवाब देते हुए कहा कि टिलरसन गूंगे और आलसी थे। बता दें कि टिलरसन को मार्च महीने में ट्रंप ने विदेश मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था। उनके स्थान पर सीआइए के निदेशक माइक पांपियो को नया विदेश मंत्री बनाया गया है।

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टिलरसन ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे लगता है कि हम दोनों के काम करने का तरीका बहुत अलग है। हमारी शैलियां अलग हैं। लेकिन फिर भी मैं ट्रंप से कहना चाहता हूं कि मुझे पता है, आप क्या करना चाहते हैं। लेकिन वह कानून का उल्लंघन है। वह एक संधि का उल्लंघन करता हैं। टिलरसन ने आगे कहा कि ट्रंप वास्तव में हताश हो गए हैं। पहले मैं उन्हें मना करता था कि आप ये चीजें नहीं कर सकते हैं। वो मुझसे रोज लड़ कर थक गए थे।

ट्रंप ने टिलरसन को बताया गूंगा और आलसी
टिलरसन के इस बयान के बाद ट्रंप बौखला गए। उन्होंने ट्वीट किया कि टिलरसन के पास वो काबिलियत नहीं थी, जो एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक के पास होनी चाहिए। वह गूंगे और आलसी थे। इसके बावजूद मैं उनसे जल्दी छुटकार नहीं पा सका। अब ये उनकी नई चाल है।

पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि ट्रंप जैसे अनुशासनहीन राष्ट्रपति के साथ काम करना मेरे लिए बहुत मुश्किल था। उन्हें किताब पढ़ना पसंद नहीं है। बहुत सारी चीजों के विवरण में शामिल होना पसंद नहीं करते थे और न ही ब्रीफ्रिंग रिपोर्ट पढ़ते थे। उन्हें लगता था कि उनकी समझ विशेषज्ञों से ज्यादा बेहतर है। ट्रंप ने इसका जवाब देते हुए कहा कि एक बार टिलरसन ने उन्हें कोई किताब पढ़ने को दी थी, लेकिन तभी उनका एक जरूरी फोन आ गया था, जिसकी वजह से वह वो किताब पढ़ नहीं पाए थे।

टिलरसन को विदेश मंत्री के पद से किया था बर्खास्त 
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों से मुक्त करने के तरीकों को लेकर ट्रंप और टिलरसन में मतभेद के कारण टिलरसन को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। टिलरसन हमेशा से चाहते थे कि अमेरिका और उत्तर कोरिया आपस में बातचीत करें, लेकिन ट्रंप उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग से मिलने से पहले प्योंगयांग पर अधिकतम दबाव लागू करना चाहते थे। इससे डर लग रहा था कि टिलरसन भी उत्तर कोरिया को रियायत देने के लिए तैयार हो सकता है।

करीबी छोड़ रहे हैं ट्रंप का साथ
गौरतलब है कि कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता धीरे-धीरे खत्म हो रही है। जहां एक तरफ उनके अपने उनका साथ छोड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ खुद व्हाइट हाउस किसी न किसी शिकायत पर अधिकारियों और मंत्रियों बर्खास्त कर रहा है। हाल ही में राष्ट्रपति की टीम ने फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की शिकायत के बाद उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को वर्तमान पद से हटाकर दूसरा पद दे दिया। ट्रंप के दो सालों के कार्यकाल के दौरान ही व्हाइट हाउस से कितने ही लोग निकाले गए या फिर उन्होंने खुद ही नौकरी छोड़ दी। कुछ ने अज्ञात वजहों से भी इस्तीफा दिया। ट्रंप के कार्यकाल में साथ छोड़ते या जबरन हटाए गए लोगों की लिस्ट काफी लंबी है।

निक्की हेली- यूनाइटेड नेशन्स के लिए अमेरिका की राजदूत रही निक्की केबिनेट के चुनिंदा बेहद लोकप्रिय चेहरों में से एक थीं। इन्होंने एकाएक अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए सबको चौंका दिया। वे साल के अंत तक अपना पद छोड़ देंगीं, हालांकि ट्रंप ने इन्हें एक अद्भुत शख्सियत करार देते हुए कहा कि वे जब चाहेंगी, वापस लौट सकती हैं।

टॉम होमैन- यूएस इमिग्रेशन जैसे महत्वपूर्ण विभाग में डायरेक्टर के पद पर काम कर रहे टॉम को ट्रंप का चहेता माना जाता रहा। एकाएक अप्रैल में इन्होंने रिटायरमेंट लेने की घोषणा कर दी। इन्होंने 526 दिनों तक अपनी सेवाएं दीं।

जेफ सेशन्स- अटॉर्नी जनरल जेफ को मिडटर्म चुनावों के एक दिन बाद यानी सात नवंबर को निकाल दिया गया। उन्होंने व्हाइट हाउस प्रमुख को अपने इस्तीफे में लिखा- आपके अनुरोध पर मैं इस्तीफा दे रहा हूं। वे 639 दिनों तक व्हाइट हाउस को अपनी सेवाएं देते रहे और इस पूरे दौरान ट्रंप की आलोचनाओं का शिकार रहे।

नाडिया श्वेडलॉ- उप सुरक्षा सलाहकार के पद पर काम की शुरुआत की। इसी दौरान सुरक्षा पर कई अहम दस्तावेज भी लिखे। हालांकि हालात ऐसे बने कि या तो वे इस्तीफा दे दें या फिर उन्हें हटाया जाए, वे 409 दिनों तक रहीं, इंतजार किया और फिर उन्हें पद से हटा दिया गया।

डॉन मैगेन- ये व्हाइट हाउस की कॉन्सिल बतौर सेवाएं देते थे। जेफ की तरह ही 639 दिनों के भीतर डॉन ने राष्ट्रपति भवन छोड़ दिया, हालांकि डॉन ने इस्तीफा दिया या उन्हें निकाला गया और इसके पीछे क्या वजहें थीं, ये सारी बातें अब भी साफ नहीं हुई हैं।

टॉम बॉजर्ट- व्हाइट हाउस में सुरक्षा सलाहकार टॉम भी हाउस की अंदरुनी राजनीति का शिकार हुए। नई टीम और नए सलाहकार के साथ उन्हें कुल 446 दिनों बाद पद से हटना पड़ा। अमेरिकी तूफान के दौरान टॉम और उनकी टीम ने इमरजेंसी सेवाएं देने के लिए बेहतरीन काम किया और खुद राष्ट्रपति ने इसकी तारीफ की थी।

जेरेमी कैट्स- ये नेशनल इकॉनॉमिक कौंसिल में डेपुटी डायरेक्टर के पद पर रहे। माना जाता है कि टैक्स कोड दोबारा लिखने के लिए व्हाइट हाउस को बाध्य करने में इनकी अहम भूमिका रही। ट्रंप के बिल पर दस्तखत करने के तुरंत बाद इन्होंने इस्तीफा दे दिया, जिसकी अलग-अलग वजहें बताई जाती हैं।

मिरा रिकार्डेल- इन्होंने 2017 में बतौर उप सुरक्षा सलाहकार काम शुरू किया, लेकिन 208 दिनों के भीतर इन्हें पद से हटा दिया गया। व्हाइट हाउस सूत्रों के अनुसार रिकार्डेल की फर्स्ट लेडी के स्टाफ से बाहर आने-जाने पर हुए खर्चों को लेकर कुछ विवाद हुआ था। बात इतनी बढ़ी कि उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा। हालांकि प्रेस सेक्रटरी ने उन्हें फायर किए जाने का बयान देते हुए ये भी जोड़ा कि मिरा राष्ट्रपति को अपना सहयोग देती रहेंगी।


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