नाइजीरिया के मुहम्मद बंदे बने यूएन महासभा के अध्यक्ष, भुखमरी मिटाने के साथ जलवायु परिवर्तन पहली प्राथमिकता
यूनाइटेड नेशन में सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने के बाद तिजानी मुहम्मद ने कहा कि गरीब और भुखमरी मिटाने के साथ शिक्षा व जलवायु परिवर्तन उनकी पहली प्राथमिकता होंगे।
यूनाइटेड नेशन, आइएएनएस। नाइजीरिया के राजनयिक तिजानी मुहम्मद बंदे संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की 74वीं बैठक के अध्यक्ष होंगे। सितंबर में नया सत्र शुरू होने पर वह मौजूदा अध्यक्ष इक्वाडोर की मारिया फर्नाडा एस्पिनोसा की जगह लेगें।
बता दें कि 193 सदस्यीय यूएन महासभा के अध्यक्ष का कार्यकाल एक साल का होता है। सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने के बाद तिजानी मुहम्मद ने कहा कि गरीब और भुखमरी मिटाने के साथ शिक्षा व जलवायु परिवर्तन उनकी पहली प्राथमिकता होंगे।
उन्होंने सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए हो रही बातचीत को भी तेज करने की बात की। यूएन में नाइजीरिया के स्थायी प्रतिनिधि तिजानी ने कहा, 'सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए हो रही अंतरसरकारी वार्ता की रफ्तार धीमी है। हम इस प्रक्रिया को तेज करेंगे। परिषद में निष्पक्षता लाने के लिए यह सुधार बेहद जरूरी है। यूएन की स्थापना के 75 साल पूरे होने वाले हैं और यह बीते 50-70 साल के पुराने ढर्रे पर नहीं चल सकता।'
गौरतलब है कि भारत सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट चाहता है इसलिए वह भी इसमें सुधार का समर्थक है। मुहम्मद बंदे के यूएनजीए अध्यक्ष चुने जाने का भारत ने स्वागत किया है।
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