ये है दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक प्लेन, NASA ने बनाया है ये खास विमान
नासा के आर्मस्ट्रांग फ्लाइंग रिसर्च सेंटर में पहले इलेक्ट्रिक विमान एक्स-57 मैक्सवेल का परीक्षण हो रहा है। इसे पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर विकल्प माना जा रहा है।
वाशिंगटन, आइएएनएस। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पूरी तरह बिजली से संचालित होने वाले अपने पहले विमान एक्स-57 मैक्सवेल का शुक्रवार को अनावरण किया। बीते दो दशकों में यह नासा का पहला ऐसा एक्स-विमान है, जिस पर लोग सवार हो सकेंगे। इस विमान का परीक्षण करीब एक साल बाद किया जाएगा।
इस विमान को इटली के टेकनाम पी2006टी विमान के अनुरूप बनाया गया है। कैलिफोर्निया स्थित इंपीरिकल सिस्टम एरोस्पेस (एसएरो) ने दो अक्टूबर को नासा को पूरी तरह बिजली से संचालित पहला प्रायोगिक एक्स-57 सौंपा था। आर्मस्ट्रांग फ्लाइट रिसर्च सेंटर में एसएरो ने विमान के कुल तीन कंफिग्रेशन के साथ डिलीवरी दी थी। नासा के अनुसार, एक्स-57 प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य तेजी से उभर रहे इलेक्टिक एयरक्राफ्ट बाजारों के प्रमाणन के लिए मानक तय करना है।
इसके लिए नासा नियामक एजेंसियों को विमान का इलेक्टिक प्रोपल्शन केंद्रित डिजाइन भी साझा करेगी। नासा ने कहा कि ये विमान भविष्य में आम लोगों के लिए यातायात को और सुगम बनाएंगे।
क्यों खास है यह विमान
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक्स-57 विमान कई मायनों में खास हैं। इसमें रिचार्ज हो सकने वाली लिथियम-आयन बैट्री का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा वायु प्रवाह बढ़ाने के लिए विमान के पंखों के आसपास दर्जनों मोटर भी लगाएं गए हैं।
खास बातें:
इस प्लेन के निर्माण में 20 वर्ष का समय लगा।
इस विमान में चार लोग उड़ान भर सकते हैं।
इसमें 14 इलेक्ट्रिक क्रूजर मोटर्स का उपयोग किया है।
भविष्य में इसका उपयोग अर्बन टैक्सी के रूप में किया जाएगा।
मार्केट में लाने से पहले सर्टिफिकेशन स्टैंडर्ड का पालन जरूरी।
पर्यावरण स्वच्छ रखने में मिलेगी मदद।