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दिल ही नहीं सेहत के लिए भी अच्छा है रोमांटिक पार्टनर का ख्‍याल, जानें क्या हैं इसके लाभ

रोमांटिक पार्टनर को याद करने से ब्लड प्रेशर (बीपी) को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। मन को शांत रखने में साथी का खयाल भी उतना ही प्रभावी है, जितना उसकी उपस्थिति।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 05:52 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 05:52 PM (IST)
दिल ही नहीं सेहत के लिए भी अच्छा है रोमांटिक पार्टनर का ख्‍याल, जानें क्या हैं इसके लाभ
दिल ही नहीं सेहत के लिए भी अच्छा है रोमांटिक पार्टनर का ख्‍याल, जानें क्या हैं इसके लाभ

वाशिंगटन, प्रेट्र। रोमांटिक पार्टनर का ख्‍याल दिल के लिए ही नहीं सेहत के लिए भी अच्छा है। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक तनाव के क्षणों में रोमांटिक पार्टनर को याद करने से ब्लड प्रेशर (बीपी) को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। मन को शांत रखने में साथी का खयाल भी उतना ही प्रभावी है, जितना उसकी उपस्थिति।

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शोध के दौरान 102 लोगों को शामिल किया गया। सभी को एक तनावभरा काम करने को कहा गया। इसके तहत उन्हें अपना एक पैर कुछ देर बर्फीले पानी में रखना था। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के वैज्ञानिकों ने इस चुनौती से पहले और बाद में सभी प्रतिभागियों का ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कन और धड़कन में उतार-चढ़ाव का अध्ययन किया। इसके बाद ऐसे सभी प्रतिभागियों को, जिनके जीवन में कोई रोमांटिक साथी है, उनके सामने तीन अलग-अलग तरह की परिस्थितियां रखी गई।

चुनौती के दौरान इनमें से कुछ लोगों के सामने उनके साथी को चुपचाप बैठे रहने को कहा गया। कुछ प्रतिभागियों से अपने रोमांटिक साथी के बारे में सोचने के लिए कहा गया। वहीं तीसरे वर्ग से अपने उस दिन के क्रियाकलापों के बारे में सोचने को कहा गया।

नतीजों ने चौंकाया

वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन लोगों के सामने उनके रोमांटिक पार्टनर उपस्थित थे या जिन्होंने उनके बारे में सोचा था, चुनौती के दौरान उनका बीपी कम रहा। वहीं अपने दिनभर के कामकाज के बारे में सोचने वाले तीसरे वर्ग के प्रतिभागियों का बीपी अपेक्षाकृत ज्यादा पाया गया।

दिल की धड़कन और धड़कन में उतार-चढ़ाव के मामले में तीनों समूह के प्रतिभागियों में कोई विशेष अंतर नहीं मिला। पहले के अध्ययनों में भी सामने आ चुका है कि साथी की उपस्थिति या उसका ख्‍याल तनाव के दौरान व्यक्ति की गतिविधियों पर असर डालता है। यूनिवर्सिटी के शोधार्थी और अध्ययन के अगुआ काइले बोरासा ने कहा कि अध्ययन से स्पष्ट है कि बीपी के मामले में साथी की उपस्थिति और उसका ख्‍याल दोनों समान रूप से प्रभावी हैं।

अध्ययन से खुलेंगे नए रास्ते
उन्होंने कहा कि इस अध्ययन से कुछ हद तक यह समझने में मदद मिली है कि अपने साथी से बेहतर रोमांटिक संबंध किसी की सेहत पर कैसे सकारात्मक असर डालता है। बोरासा ने कहा, 'इस अध्ययन से पता चलता है कि रोमांटिक संबंध लोगों को तनाव से निपटने में मदद करता है और कार्डियोवेस्कुलर गतिविधियों को नियंत्रित रखता है।'

भविष्य में अलग-अलग उम्र के लोगों पर इस तरह का अध्ययन किया जा सकता है। अलग-अलग उम्र के लोगों में भी अगर नतीजे इसी तरह के मिलते हैं, तो निश्चित तौर पर यह खोज रोजाना तनाव का सामना करने वालों के जीवन को बेहतर करने का रास्ता तलाशने में मददगार हो सकती है।


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