Move to Jagran APP

Mars Soil on Earth: धरती पर आएगी लाल ग्रह की मिट्टी, इस 'धूल' की कीमत जानकर दंग रह जाएंगे आप

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह एकत्र की गई गई धूल और मिट्टी को पृथ्वी पर लाने की योजना बना रहा है। नासा की अगर यह योजना अमल में आई तो यह दुनिया की सबसे महंगी वस्‍तु बनेगी। यह मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे महंगा पदार्थ बन जाएगा।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 05:20 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 10:41 PM (IST)
Mars Soil on Earth: धरती पर आएगी लाल ग्रह की मिट्टी, इस 'धूल' की कीमत जानकर दंग रह जाएंगे आप
धरती पर आएगी लाल ग्रह की मिट्टी, इस 'धूल' की कीमत जानकर दंग रह जाएंगे आप। फाइल फोटो।

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह से एकत्र की गई गई धूल और मिट्टी को पृथ्वी पर लाने की योजना बना रहा है। नासा की अगर यह योजना अमल में आई तो यह दुनिया की सबसे महंगी वस्‍तु बनेगी। यह मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे महंगा पदार्थ बन जाएगा। नासा का यह काफी महंगा मिशन है। इस मिशन में करीब 9 अरब डॉलर खर्च होगा।

loksabha election banner

मगंल ग्रह से एक किग्रा मिट्टी लाएगा नासा

बता दें क‍ि नासा अपनी तीन मिशनों के दौरान मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन के निशान की जांच करने के लिए 2 पाउंड (करीब एक किलोग्राम) मंगल ग्रह की मिट्टी को वापस पृथ्वी पर लाने वाला है। नासा के मिशनों पर कुल मिलाकर 9 ब‍िलियन अमेरिकी डॉलर खर्च होगा। नासा मगंल ग्रह से दो पाउंड लाने के लिए दो पाउंड सोने की कीमत का लगभग दो लाख गुना ज्‍यादा पैसा खर्च करेगी। नासा का कहना है कि इस योजना का मकसद लाल ग्रह पर शोध करना है। इस मिट्टी को धरती पर लाने के बाद इसके जरिए ढेरों शोध किए जाएंगे। बता दें कि लाल ग्रह पर मौजूद रोवर के जरिए सतह की जानकारी एकत्र की जा रही है, लेकिन यह पहला अवसर होगा जब नासा के वैज्ञानिकों के हाथ मगंल ग्रह की मिट्टी होगी। इससे वैज्ञानिकों में काफी उत्‍साह है।

आखिर क्‍या है नासा का मिशन

  • दो पाउंड मिट्टी को मंगल ग्रह से लाने के लिए नासा तीन मिशन को लाल ग्रह पर भेजेगा। उम्‍मीद की जा रही है क‍ि इन तीनों मिशनों पर करीब 9 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च होगा।
  • इसके तहत नासा का पहला मिशन मंगल ग्रह की धूल के नमूनों की जांच और उन्हें एकत्र करना है। दूसरा मिशन नमूना एकत्र करना है और उन्हें मंगल की कक्षा में लॉन्च करने के लिए लॉन्चर में पैक करेगा, जबकि इसी कड़ी में नासा का तीसरा मिशन मंगल ग्रह की मिट्टी के नमूने वापस धरती पर लाना है।
  • इस दिशा में पहला मिशन परसिवरेंस रोवर के रूप में जुलाई 2020 को लॉन्च कर दिया गया था। इस रोवर ने फरवरी 2021 में ग्रह पर लैंडिंग की।
  • फिलहाल परसिवरेंस रोवर जेजेरो क्रेटर के पास मंगल ग्रह के प्राचीन जीवन के संकेतों को ढूंढ़ने में जुटा है। इस क्रेटर को लेकर माना जा रहा है कि ये प्राचीन झील का हिस्सा थी, जो अरबों साल पहले गायब हो गई।
  • पानी की मौजूदगी का होना जीवन के संकेतों का पता लगाने के लिए सबसे अच्छा मौका देती है। इस वजह से क्रेटर के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाई जा रही है। इसी वजह से क्रेटर की ठीक तरह से जांच करने के लिए रोवर पर हाई-रिजॉल्यूशन वाले कैमरे लगाए हैं, जिनकी कीमत 20 मिलियन डॉलर है।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.