अमेरिकी सैन्य साजोसमान के चलते ताकतवर हुआ तालिबान, रात में भी लड़ने में सक्षम हैं लड़ाके
तालिबान के पास 6 लाख अमेरिकी रायफल मोर्टार ग्रेनेड लान्चर। 358530 अमेरिकी रायफल तालिबान के हाथों में। एम-16 एम-4 कार्बाइन एके47 ड्रैगुनोव स्नाइपर रायफल शामिल। 126295 अमेरिकी पिस्टल तालिबान के पास है। तालिबान ने अमेरिका के दिए ब्लैकहाक हेलिकाप्टर और ए-29 सुपर टूकानो हमलावर विमान अपने कब्जे में ले लिया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान सबसे अधिक ताकतवार हो चुका है। फोर्ब्स के आकलन के मुताबिक अमेरिका अफगानिस्तान में 8,84,311 अत्याधुनिक सैन्य उपकरण छोड़ आया है। इनमें एम-16 रायफल, एम-4 कार्बाइन, 82 एमएम मोर्टार लान्चर जैसे इंफेंट्री हथियारों के साथ हमवी जैसे सैन्य वाहन, ब्लैक हाक हेलिकाप्टर, ए29 लड़ाकू विमान, नाइट विजन, कम्युनिकेशन और सर्विलांस में इस्तेमाल होने वाले उपकरण शामिल हैं।
1- तालिबान के हाथ लगे खतरनाक हथियार: तालिबान लड़ाकों के पास 6 लाख अमेरिकी रायफल, मोर्टार, ग्रेनेड लान्चर। 3,58,530 अमेरिकी रायफल तालिबान के हाथों में। इसमें एम-16, एम-4 कार्बाइन, एके47 ड्रैगुनोव स्नाइपर रायफल शामिल। 1,26,295 अमेरिकी पिस्टल तालिबान के पास है। एम-9 और जी-19 भी शामिल है। 64, 363 अत्याधुनिक मशीन गन तालिबान लड़ाकों के पास है। इसमें एम-249, आरपीके, एम-240, एनएसवी शामिल हैं।
-25, 327 अमेरिकी ग्रेनेड लान्चर तालिबान के पास हैं। 40 एमएम, जीपी-25 और एम-20 शामिल है। 9,877 अमेरिकी प्रापेल्ड वेपन तालिबान के पास मौजूद हैं। इसमें आरपीजी-7 और एसपीजी-9 शामिल। 2,606 अमेरिकी मोर्टार और तोप तालिबान के पास। इसमें 60 एमएम, 82 एमएम, 122 एमएम होवित्जर शामिल है।
2- तालिबान के हाथ लगे खतरनाक हथियार: 06 लाख अमेरिकी रायफल, मोर्टार, ग्रेनेड लान्चर भी इसमें शामिल। 3,58,530 अमेरिकी रायफल तालिबान के हाथों में हैं। इसमें एम-16, एम-4 कार्बाइन, एके47 ड्रैगुनोव स्नाइपर रायफल शामिल। 1,26,295 अमेरिकी पिस्टल तालिबान के पास है। एम-9 और जी-19 भी शामिल है। 64, 363 अत्याधुनिक मशीन गन तालिबान लड़ाकों के पास है। इसमें एम-249, आरपीके, एम-240, एनएसवी शामिल हैं।
-25, 327 अमेरिकी ग्रेनेड लान्चर तालिबान के पास हैं। 40 एमएम, जीपी-25 और एम-20 शामिल है। 9,877 अमेरिकी प्रापेल्ड वेपन तालिबान के पास मौजूद हैं। इसमें आरपीजी-7 और एसपीजी-9 शामिल। 2,606 अमेरिकी मोर्टार और तोप तालिबान के पास। इसमें 60 एमएम, 82 एमएम, 122 एमएम होवित्जर शामिल है।
3- लड़ने और वायरलैस सुनने के अमेरिकी उपकरण: 16035 नाइट विजन डिवाइस तालिबान के पास। 120 रेडियो मानिटरिंग सिस्टम। 22 ग्राउंड बेस्ड सर्विलांस सिस्टम। 08 चालक रहित विमान और 06 सर्विलांस बलून तालिबान के पास।
4- कई देशों की वायुसेना से ज्यादा विमान अफगानिस्तान में छोड़ आया US: 60 ट्रांसपोर्ट एयरप्लेन तालिबान के पास। सी-208, सी-182, सी-130, टी-182, जी-222, एएन-32 शामिल। 110 हेलिकाप्टर तालिबान शामिल है। एमआइ-17 और एमडी-530 शामिल। 20 हल्के हमलावार विमान तालिबान का कब्जा। इसमें ए-29 शामिल है।
बाइडन प्रशासन ने आडिट रिपोर्ट वेबसाइट से हटाई
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में सैनिकों की वापसी के बाद जो बाइडन का प्रशासन अफगानिस्तान के लिए खरीदे गए हथियार और सैन्य उपकरणों की आडिट रिपोर्ट्स को छिपा रहा है। फोर्ब्स डाट काम के मुताबिक इस संबंध में दो महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स को सरकारी वेबसाइट्स से गायब कर दिया गया है। अमेरिका में सरकारी खर्च से जुड़े वाच डाग ओपन द बुक्स डाट काम ने यह दोनों रिपोर्ट अपनी वेबसाइट पर पोस्ट की हैं।
तालिबान के पास सात ब्लैकहाक हेलिकाप्टर विमान
तालिबान ने पिछले ही दिनों अमेरिका के दिए ब्लैकहाक हेलिकाप्टर और ए-29 सुपर टूकानो हमलावर विमान अपने कब्जे में ले लिया। अफगान रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने अमेरिका से पहुंचे सात नए हेलिकाप्टरों के फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए थे। एक ब्लैकहाक हेलिकाप्टर की कीमत 150 से लेकर 270 करोड़ रुपए तक हो सकती है।