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टैगोर की किताब 'द किंग ऑफ द डार्क चैंबर' 45 हजार में अमेरिका में हुई नीलाम

यह किताब 1916 में मैकमिलन कंपनी ने प्रकाशित की थी। टैगोर के बंगाली में लिखे गए नाटक 'राजा' का यह अंग्रेजी अनुवाद है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 07:18 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 07:18 PM (IST)
टैगोर की किताब 'द किंग ऑफ द डार्क चैंबर' 45 हजार में अमेरिका में हुई नीलाम
टैगोर की किताब 'द किंग ऑफ द डार्क चैंबर' 45 हजार में अमेरिका में हुई नीलाम

बोस्टन, प्रेट्र। भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की किताब 'द किंग ऑफ द डार्क चैंबर' अमेरिका में सात सौ डॉलर (करीब 45 हजार रुपये) में नीलाम हुई। यह किताब 1916 में मैकमिलन कंपनी ने प्रकाशित की थी। टैगोर के बंगाली में लिखे गए नाटक 'राजा' का यह अंग्रेजी अनुवाद है। इस नाटक की कहानी एक रहस्यमय राजा के इर्द-गिर्द घूमती है।

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किताब की प्रस्तावना टैगोर ने खुद फाउंटेन पैन से लिखी है। बुक के कवर पर इनके हस्ताक्षर भी हैं। अमेरिका स्थित नीलामी हाउस आरआर ऑक्शन ने बताया कि हम उम्मीद कर रहे थे कि ऑनलाइन नीलामी में यह पांच सौ डॉलर (करीब 32 हजार रुपये) में नीलाम होगी। लेकिन इसने उम्मीद से बेहतर कमाई की है।

टैगोर ने सभी साहित्यक शैलियों में लिखा है। वह ऐसे पहले कवि हैं जिनकी कविताओं के 50 से ज्यादा संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं। इन्हें 1915 में ब्रिटेन ने नाइट की उपाधि दी थी। लेकिन 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद उन्होंने नाइटहुड की उपाधि लौटा दी थी।


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