शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए खलीलजाद अफगानिस्तान, पाक और कतर की यात्रा पर रवाना
अफगानिस्तान में तालिबान के साथ शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि जालमय खलीलजाद दोहा इस्लामाबाद और काबुल की यात्रा पर रवाना हो गए हैं।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अफगानिस्तान में शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि जालमय खलीलजाद शुक्रवार को दोहा, इस्लामाबाद और काबुल की यात्रा पर रवाना हो गए। विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि खलीलजाद की यात्रा का मुख्य उद्देश्य अंतर अफगान शांति वार्ता के लिए इससे जुड़े सभी पक्षों को तैयार करना है।' इसके अतिरिक्त वह अमेरिका-तालिबान समझौते और अमेरिका-अफगानिस्तान संयुक्त घोषणा में शामिल सभी प्रतिबद्धताओं के कार्यान्वयन की समीक्षा करेंगे।
विशेष रूप से उनके एजेंडे में हिंसा में कमी और कैदियों की रिहाई शामिल होगी। बता दें कि 2001 के अंत से अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं और अब तक विभिन्न हमलों में 2400 सैनिक मारे गए हैं। अफगानिस्तान में चल रही शांति प्रक्रिया में भारत एक महत्वपूर्ण घटक है। भारत हमेशा से अफगानी नेतृत्व वाली और अफगानी नेताओं के नियंत्रण वाली शांति प्रक्रिया का समर्थन करता रहा है।
अफगानिस्तान में सरकार और तालिबान के बीच भी शांति बहाली की कोशिशें हो रही हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कैदियों की अदला-बदली के तहत तालिबान ने शनिवार को अफगानिस्तान के फराह प्रांत में 36 अफगान बंदियों को रिहा कर दिया। प्रांत के गवर्नर मुहम्मद शुएब ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि रिहा किए गए बंदियों में कई नागरिक भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन बंदियों की यह रिहाई गत फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते के तहत हुई है।
हालांकि, अफगानिस्तान में आतंकी हमले भी जारी हैं। मुल्क में शनिवार को दो आतंकी हमलों में 14 सैनिकों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, इन हमलों को राजधानी काबुल और पूर्वोत्तर बदख्शन प्रांत में अंजाम दिया गया। बदख्शन पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता सनाउल्ला रोहनी ने बताया कि खास जिले में सुरक्षा चौकियों पर आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में 11 अफगान सैनिकों की मौत हो गई। हालांकि मुठभेड़ में एक स्थानीय कमांडर समेत पांच आतंकी भी मारे गिराए गए।