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स्‍पेस एक्‍स ने बनाया अंतरिक्ष में नया रिकॉर्ड, एक साथ लॉन्‍च किए 144 सेटेलाइट्स

एलन मस्‍क की कंपनी लगातार अंतरिक्ष में अपने कदम सफलतापूर्वक बढ़ा रही है। अब कंपनी ने एक साथ 144 छोटी बड़ी सेटेलाइन को अंतरिक्ष में पहुंचाकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। कंपनी का कहना है कि इससे अंतरिक्ष छोटे ऑपरेटर्स के लिए खुल गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 08:38 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 08:38 AM (IST)
स्‍पेस एक्‍स ने बनाया अंतरिक्ष में नया रिकॉर्ड, एक साथ लॉन्‍च किए 144 सेटेलाइट्स
एलन मस्‍क की कपंनी ने बनाया नया रिकॉर्ड

वाशिंगटन (रॉयटर्स)। अंतरिक्ष की दुनिया में नाम कमाने वाली कंपनी स्‍पेस एक्‍स ने इस क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। कंपनी ने ये कारनामा अंतरिक्ष में एक साथ 143 स्‍पेसक्राफ्ट को लॉन्‍च कर किया है। कंपनी के सीईओ एलन मस्‍क के मुताबिक इससे पहले कभी भी इस तरह का कारनामा नहीं किया गया है। रविवार को इसके तहत फ्लोरिडा के पूर्वी तट स्थित कैप कैनवरल स्‍पेस फोर्स स्‍टेशन के स्‍पेस लॉन्‍च कांप्‍लेक्‍स 40 से कंपनी का फालकन रॉकेट करीब 10 बजे सुबह रवाना हुआ। इसमें 133 कमर्शियल और 10 स्‍टारलिंक सेटेलाइट को अंतरिक्ष में एक साथ पहुंचाया। आपको बता दें कि ये कंपनी के स्‍मालसेट राइडशेयर प्रोग्राम का हिस्‍सा था। इसका मकसद अंतरिक्ष के दरवाजों को छोटे सेटेलाइट ऑपरेटर्स के लिए खोलना है। कंपनी के मुताबिक ये काफी सस्‍ता है।

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इस लॉन्‍च को हालांकि पहले एक दिन के लिए टालना पड़ा था। कंपनी ने ऐसा करने की वजह खराब मौसम बताया है। कंपनी के सीईओ और टेस्‍ला प्रमुख एलन मस्‍क ने 22 जनवरी को अपने ट्वीट में लिखा था कि कल एक बड़ी लॉन्चिंग होने वाली है जिसके तहत छोटे सेटेलाइट और छोटे कस्‍टमर को बड़ी ताकत दी जाएगी। उन्‍होंने कहा था कि वो इसके लिए काफी उत्‍साहित हैं क्‍योंकि कल अंतरिक्ष छोटी कंपनियों के लिए खुल जाएगा। आपको बता दें कि स्‍पेस एक्‍स इंटरनेट की क्षमता को बढ़ाने के मकसद से कई सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेज चुका है। इस पर कंपनी ने करीब 10 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। इससे कंपनी हर वर्ष 30 बिलियन डॉलर जेनेरेट करना चाहती है। स्‍टारशिप के मुताबिक मस्‍क के इंटरप्‍लेनेटरी रॉकेट प्रोग्राम के तहत इसमें काफी मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि एक दिन पहले ही एलन मस्‍क ने जलवायु परिवर्तन को ध्‍यान में रखते हुए Co2 का उत्सर्जन कम करने वाली 'कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी' के बारे में जानकारी देने वाले को 10 करोड़ डॉलर देने का एलान किया था। भारतीय रुपये में ये रकम करीब 730 करोड़ रुपये है। इसकी जानकारी भी उन्‍होंने अपने ट्वीट के जरिए लोगों को दी थी। उन्‍होंने इसमें लिखा था कि वो बेस्ट कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी के लिए 100 मिलियन डॉलर के इनाम की घोषणा कर रहे हैं। इसके अगले ट्वीट में उन्‍होंने लिखा कि इसकी अगली डिटेल अगले सप्‍ताह सामने होगी।


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