न्यू होराइजंस खोल रहा गहरे अंतरिक्ष के राज, धरती से 4 अरब मील दूर पिंड की तस्वीर भेजी
नासा ने बताया कि न्यू होराइजंस ने कुइपर बेल्ट स्थित खगोलीय पिंड अल्टिमा थुले की तस्वीरें भेजी हैं। अल्टिमा थुले धरती से सर्वाधिक दूरी पर स्थित खगोलीय पिंड है, जहां तक कोई यान पहुंचा है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। नए साल के मौके पर इतिहास रचने वाले न्यू होराइजंस यान ने अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि के प्रमाण भेजने शुरू कर दिए हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि न्यू होराइजंस ने कुइपर बेल्ट स्थित खगोलीय पिंड अल्टिमा थुले की तस्वीरें भेजी हैं। अल्टिमा थुले धरती से सर्वाधिक दूरी पर स्थित खगोलीय पिंड है, जहां तक कोई यान पहुंचा है।
2006 में लांच किया गया न्यू होराइजंस यान मंगलवार को अल्टिमा थुले के पास गुजरा था। कुछ घंटे बाद नासा को इसकी भेजी हुई तस्वीरें मिलीं। नासा के जिम ब्रिडेंस्टाइन ने कहा, ‘नासा की न्यू होराइजंस टीम, जांस हॉपकिंस एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी और साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट को एक बार फिर इतिहास रचने की बधाई।’ यान से मिले संकेतों से वैज्ञानिकों को पता चला है कि इसके सभी हिस्से सही तरीके से काम कर रहे हैं।
नासा ने न्यू होराइजंस द्वारा भेजी गई दो तस्वीरें साझा की हैं। न्यू होराइजंस ने यह तस्वीरें उस समय लीं जब अल्टिमा थुले से उसकी दूरी 3,500 किलोमीटर थी। तस्वीरों से वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि अल्टिमा थुले की आकृति बाउलिंग पिन जैसी है, जिसका एक हिस्सा दूसरे के मुकाबले पतला है। इसका आकार करीब 32 गुणा 16 किलोमीटर है।
एक संभावना यह भी है कि दो छोटे पिंड एक-दूसरे की परिक्रमा कर रहे हों। साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के एलन स्टर्न ने कहा, ‘न्यू होराइजंस ने हमारी उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन किया।’ अल्टिमा थुले के अध्ययन से हमारे सौरमंडल से जुड़े कई राज खुलने की उम्मीद है। यह इस बात को समझने में भी मददगार हो सकता है कि सौरमंडल का निर्माण किस तरह हुआ। न्यू होराइजंस ने जितना डाटा जुटाया है, उस पूरे डाटा को धरती तक पहुंचने में 20 महीने से ज्यादा का वक्त लगेगा।