'अपने देश वापस जाओ'...और फिर सिख को श्वेत युवकों ने गिराकर मारा
अमेरिका के कैलिफोर्निया में नस्लीय हमले का एक मामला सामने आया है। जहां दो श्वेत युवकों ने 50 वर्षीय सिख के साथ मारपीट की है।
न्यूयॉर्क (एजेंसी)। अमेरिका के कैलिफोर्निया में नस्लीय हमले का एक और मामला सामने आया है। जहां दो श्वेत युवकों ने 50 वर्षीय सिख के साथ मारपीट की। इस दौरान दोनों ने अभद्र व नस्लभेदी टिप्पणियां भी की। उन्होंने कहा, 'तुम्हारा यहां स्वागत नहीं है, अपने देश वापस जाओ।' हालांकि मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने हेट क्राइम का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि यह घटना पिछले सप्ताह कैलिफोर्निया में केयेस और फुटे रोड चौराहे पर हुई। स्टानिसलॉस काउंटी के शेरिफ एडम क्रिस्टियनसन ने कहा कि घृणा अपराध के तौर पर इस हमले की जांच की जा रही है। क्रिस्टियनसन ने कहा, 'सिख समुदाय के एक शख्स के खिलाफ घृणित अपराध हुआ है।
कब हुआ हमला
शेरिफ सर्जेंट टॉम लेट्रास ने बताया कि 50 वर्षीय पीड़ित सिख स्थानीय उम्मीदवार के प्रचार के लिए पोस्टर लगा रहा था, तभी काले रंग की टीशर्ट पहने दो श्वेत युवकों ने हमला कर दिया। दोनों ने खूब गाली-गलौच की और जमीन पर गिराकर उनके साथ मारपीट की। लेट्रास ने बताया कि हमलावर काफी देर तक उसे मारते रहे और चिल्लाने लगे, 'आपका यहां स्वागत नहीं है। अपने देश वापस जाओ।' उन्होंने कहा कि यह घृणित अपराध है और हमलावरों को जल्द से जल्द ढूंढने की कोशिश जारी है।
पीड़ित सिख के सिर पर रॉड से वार
पीड़ित सिख को एम्बुलेंस से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। फेसबुक पोस्ट में बताया गया कि पीड़ित सिख के सिर पर रॉड से भी हमला किया गया, हालांकि सिर पर पगड़ी होने की वजह से उसको ज्यादा चोटें नहीं आई। इसके अलावा, पोस्ट ने पिकअप ट्रक की एक तस्वीर भी साझा की है। जिसपर स्पे पेंट से काले अक्षरों में लिखा था कि 'हमारे देश से वापस जाओ।' विभाग अपराध में शामिल संदिग्धों या गवाहों की पहचान में मदद की तलाश कर रही है। इस घटना को घातक हथियार से हमला और नफरत अपराध के रूप में देखा जा रहा है। लेट्रास ने कहा की पीड़ित की पहचान इस समय गुप्त रखी जा रही है।
इलाके में रहती है सिखों की सबसे बड़ी आबादी
बताया जा रहा है कि जिस जगह सिख शख्स पर हमला हुआ, वहां सिखों की सबसे बड़ी आबादी रहती है। अमेरिका का सबसे पुराना गुरुद्वारा 1912 में यहीं खुला था। अमेरिका में इस वक्त करीब 5 लाख सिख रहते हैं, जो कि दुनियाभर की सिख आबादी का करीब 20 फीसद है।
सिख अटॉर्नी पर भी हो चुकी है नस्लीय टिप्पणी
इसस पहले अमेरिका के पहले सिख अटॉर्नी जनरल गुरबीर ग्रेवाल पर भी नस्लीय टिप्पणी की गई थी। एक रेडियो कार्यक्रम में उन्हें कई बार ‘पगड़ीवाला व्यक्ति’ कहकर संबोधित किया था। हालांकि इस मसले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए रेडिया स्टेशन के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही रेडियो स्टेशन को आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था। इससे पहले एक राष्ट्रीय सिख वकालत और नागरिक अधिकार समूह (सिख गठबंधन) ने बयान जारी करते हुए कहा था कि वे सिख समुदाय के खिलाफ घृणित अपराधों की नई लहर देख रहे हैं। इसने बताया कि अमेरिका में सिख 2018 की शुरुआत के बाद प्रति सप्ताह एक 'हेट क्राइम' का अनुभव कर रहे हैं।