चीन की PLA के खिलाफ US सीनेटर का फूटा गुस्सा, बोले- 1962 के युद्ध को भी उकसाया था
मैककोनेल ने कहा कि पीएलए ने दो एशियाई दिग्गजों की बीच हिंसक झड़पों को उकसाया है। उन्होंने कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध में भी पीएलए ने दोनों सेनाओं ने उकसाया था।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी सीनेटर ने सीनेट में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी को आड़े हाथों लिया है। सीनेट के प्रमुख नेता मिच मैककोनेल ने कहा कि पीएलए ने दो एशियाई दिग्गजों की बीच हिंसक झड़पों को उकसाया है। उन्होंने कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध में भी पीएलए ने दोनों सेनाओं ने उकसाया था। उन्होंने कहा कि यह कहने की जरूरत नहीं है कि दुनिया के दो परमाणु संपन्न देशों की सेनाओं बीच हिंसक झड़प चिंताजनक है। इसे गंभीर चिंता के साथ देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा ऐसे में जब अमेरिका में पूरी दुनिया में परमाणु निरस्त्रीकरण और शांति की पहल में जुटा है, यह स्थिति चिंतनीय है।
हांगकांग एवं एशियाई क्षेत्रों में अपने नियंत्रण को कायम करने में जुटा है चीन
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की आड़ में चीन अपने प्रभुत्व को बढ़ाने में लगा है। हांगकांग एवं एशियाई क्षेत्रों में अपने नियंत्रण को कायम करने में जुटा है। इसी तरह समुद्र में उसने जापान के सेनकाकू द्वीप के पास जापान को अस्थिर करने में लगा है। उन्होंने अपने भाषण में जोर देकर कहा है कि कुछ दिन पूर्व चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है। इस बीच कांग्रेसी जिम बैंक्स ने भारत के उस निर्णय का स्वागत किया है, जिसमें उसने अपने टेलीकॉम नेटवर्क से हुआवेई और जेडटीई को बैन कर दिया। यह भारत का एक मजबूत और बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय है।
लद्दाख के पास गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन भारतीय सैनिकों पर झूठे आरोप लगा रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने भारतीय सेना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने आम सहमति तोड़, एलओसी को पार किया। भारतीय सैनिकों ने जानबूझकर चीनी अधिकारियों को उकसाया और हमला किया। इसके बाद हिंसक झड़प हुई और हताहत जैसी घटनाएं हुई।