सर्दी से बचाने के लिए कपड़ों पर लगाई जाएगी खास तरह की पट्टी
वैज्ञानिकों ने बैट्री से चलने वाला एक ऐसा खास पैच (पट्टी) तैयार करने में सफलता हासिल की है, जिसे कपड़ों पर सिला जा सकेगा और इसकी मदद से शरीर गर्म रह सकेगा।
वाशिंगटन [प्रेट्र]। सर्दी से बचने के लिए हम तमाम उपाय करते हैं। स्वेटर, मफलर, दस्ताने, जैकेट, रूम हीटर आदि का सहारा लेने के बावजूद ठंड से पूरी तरह बच नहीं पाते, उल्टा गर्म कपड़े पहनकर मोटे अलग से दिखने लगते हैं। वहीं, पूरे घर को गर्म रखने में बिजली अलग से बर्बाद होती है। सोचिए, कैसा हो अगर आपके सामान्य कपड़े ही आपके शरीर को पूरी तरह से गर्म रखने में सक्षम हो सकें। विज्ञान की मदद से अब यह भी संभव हो सकेगा। दरअसल, वैज्ञानिकों ने बैट्री से चलने वाला एक ऐसा खास पैच (पट्टी) तैयार करने में सफलता हासिल की है, जिसे कपड़ों पर सिला जा सकेगा और इसकी मदद से शरीर गर्म रह सकेगा। इसे तैयार करने वालों में एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।
ब्रिटेन स्थित रटगर्स यूनिवर्सिटी और औरिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पॉलिस्टर के साथ छोटे चांदी के तारों को फ्यूज करने के लिए प्रकाश के तीव्र तरंगों का प्रयोग किया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रणाली से तैयार शरीर को गर्म रखने वाली यह पट्टी बेहद किफायती भी है। इस खोज के बारे में साइंटिफिक रिपोट्र्स नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इसमें बताया गया है कि शोधकर्ता पहले भी इस प्रकार की पट्टियां तैयार कर चुके हैं, लेकिन यह नवीन पट्टी उनकी तुलना में न केवल सस्ती है बल्कि अधिक कारगर भी है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस पट्टी की शरीर को गर्म रखने की क्षमता पहले तैयार की गई पट्टियों के मुकाबले में 70 फीसद अधिक है।
रटगर्स यूनिवर्सिटी-न्यू ब्रंसविक में सहायक प्रोफेसर राजीव मल्होत्रा कहते हैं, हमारा यह आविष्कार ऊर्जा संरक्षण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण साबित है। इससे सर्दियों में हमें पूरी इमारत या घर को गर्म नहीं रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल शरीर को गर्म रखने से काम चल जाएगा। इससे ऊर्जा को बचाया जा सकेगा। एक अनुमान के मुताबिक, वैश्विक ऊर्जा का 47 फीसद हिस्सा इमारतों और घरों को गर्म रखने में खर्च होता है, उसमें से 42 फीसद ऊर्जा घरों की खाली जगहों और चीजों को गर्म रखने में बर्बाद हो जाती है। इस प्रणाली के जरिये बर्बाद होने वाली इस ऊर्जा की बचत होगी।