अब दिल को स्कैन कर अनलॉक होगा मोबाइल और कंप्यूटर
इस तकनीक में कम क्षमता वाले डॉपलर रडार का प्रयोग किया गया है जो लगातार आपके दिल को स्कैन करता रहेगा।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस : फिंगरप्रिंट और चेहरा पहचानने वाली तकनीक के साथ ही अब आप अपने दिल के जरिये भी कंप्यूटर या फोन को अनलॉक कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर आइडेंटिफिकेशन के लिए एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसकी मदद से आपके कंप्यूटर या अन्य गैजेट्स को अनलॉक करने के लिए आपका दिल ही आपका पहचानकर्ता होगा।
इस शोध के प्रमुख शोधकर्ता और न्यूयॉर्क की एक यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर वेनयाओ शु ने कहा, आज तक एक जैसे हृदय वाले लोग नहीं मिले हैं और जब तक आपको कोई हृदय संबंधी गंभीर बीमारी ना हो तब तक हृदय अपना आकार नहीं बदलता। इस तकनीक को आगे चलकर स्मार्टफोन और एयरपोर्ट पर भी पहचान के लिए प्रयोग किया जाएगा क्योंकि यह पासवार्ड या अन्य बायोमीट्रिक्स से अधिक प्रभावी और सुरक्षित विकल्प है।'
इस तकनीक में कम क्षमता वाले डॉपलर रडार का प्रयोग किया गया है जो लगातार आपके दिल को स्कैन करता रहेगा। पहली बार दिल को स्कैन करने के लिए करीब आठ सेकेंड का समय लगेगा। इस तकनीक की मदद से कोई भी अन्य व्यक्ति कभी भी आपके सिस्टम में लॉग इन नहीं कर पाएगा और वाई-फाई उपकरणों के लिए भी यह उतना ही प्रभावी रहेगा।
वैज्ञानिकों ने इस तकनीक को विकसित करने के लिए तीन साल का समय लिया। अक्टूबर में उटाह में होने वाले मोबाइल कंप्यूटिंग और कम्युनिकेशन से जुड़े 23वें वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इस तकनीक के बारे में और जानकारियां सामने रखी जाएंगी।