Salman Rushdie: सलमान रुश्दी की दशा में सुधार, वेंटिलेटर से हटे; दोषी को हो सकती है 32 साल की कैद
1988 में लिखे उपन्यास द सैटेनिक वर्सेस के कुछ अंशों के चलते मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आए रुश्दी पर शुक्रवार को न्यूयार्क के नजदीक चाकू से हमला हुआ था। हमला करने वाला युवक हादी मतर (24) लेबनानी मूल का अमेरिकी नागरिक है।
न्यूयार्क, एजेंसियां। अमेरिका में सिरफिरे युवक के हमले के शिकार हुए भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी की दशा में सुधार हुआ है। अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है। रविवार को उन्होंने थोड़ी बातचीत भी की। जांचकर्ताओं ने कहा है कि रुश्दी पर हुआ हमला लक्षित, पूर्व नियोजित और बिना उकसावे वाला था। 1988 में लिखे उपन्यास द सैटेनिक वर्सेस के कुछ अंशों के चलते मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आए रुश्दी पर शुक्रवार को न्यूयार्क के नजदीक चाकू से हमला हुआ था। हमला करने वाला युवक हादी मतर (24) लेबनानी मूल का अमेरिकी नागरिक है। पुलिस रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
हादी मतर को हो सकती है 32 वर्ष की सजा
कोर्ट में हादी मतर ने खुद को निर्दोष बताया है। उस पर लगे हत्या के प्रयास और मारपीट के आरोप अगर पुष्ट होते हैं तो उसे 32 वर्ष के कारावास की सजा हो सकती है। चौटौक्वा इंस्टीट्यूशन के प्रमुख माइकल हिल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सलमान रुश्दी को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है और अब वह बात कर रहे हैं। उनके लिए प्रार्थना करते रहें। इसी इंस्टीट्यूशन के कार्यक्रम के दौरान रुश्दी पर हमला हुआ था जिसमें उनके गले, आंख और लिवर में गंभीर घाव हुए हैं।
रुश्दी पर हुए हमले की पूरी दुनिया में हो रही निंदा
अभियोजन पक्ष के अनुसार रुश्दी के शरीर पर कुल दस घाव हैं। रुश्दी पर हमले की पूरी दुनिया में निंदा हुई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह और उनकी पत्नी लेखक पर हुए हमले से स्तब्ध और दुखी हैं। हम रुश्दी के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के साथ हैं। इजरायल ने भी हमले की निंदा करते हुए रुश्दी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। जबकि ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी ऋषि सुनक ने घटना की निंदा करते हुए ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।