कोरोना फैलने में परखी जा रही कफ की भूमिका, पढ़ें क्या कहा शोधकर्ताओं ने
शोधकर्ताओं के अनुसार पूरी दुनिया में फैल चुके कोरोना वायरस (कोविड-19) के बारे में हम यह जानते हैं कि वायरस पीडि़त के छींकने खांसने और सतह को छूने से संक्रमण फैल सकता है।
वॉशिंगटन, आइएएनएस। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने में कफ या बलगम की भूमिका भी परखी जा रही है। अमेरिकी शोधकर्ताओं की एक टीम यह पता लगाने में जुट गई है कि हवा के जरिये विविध प्रकार के कफ से किस तरह वायरस फैलता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, पूरी दुनिया में फैल चुके कोरोना वायरस (कोविड-19) के बारे में हम यह जानते हैं कि वायरस पीडि़त के छींकने, खांसने और सतह को छूने से संक्रमण फैल सकता है। शोधकर्ता हालांकि अभी तक सटीक तौर पर यह नहीं जानते हैं कि कफ के विभिन्न संयोजनों की इस महामारी के प्रसार में क्या भूमिका होती है? अमेरिका की उटाह यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर जेसिका आर क्रेमर की अगुआई वाली टीम यह अध्ययन कर रही है कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोरोना वायरस के फैलने में कफ किस तरह की भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा, 'हर कोई समान तौर पर वायरस नहीं फैलाता। उनके कफ में ही इसका विवरण हो सकता है।' क्रेमर और उनकी टीम ने अध्ययन के लिए कृत्रिम तौर पर कफ के विभिन्न संयोजनों मसलन म्यूसिन और प्रोटीन के विविध प्रकार तैयार किए हैं। वायरस को लेकर उनका परीक्षण किया जा रहा है।