Move to Jagran APP

पक्षियों की वजह से अब विमान नहीं होंगे हादसे का शिकार, वैज्ञानिकों ने तलाशा तोड़

पक्षियों की वजह से होने वाले विमान हादसों को रोकने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नायाब तरीका खोजा है। उन्होंने एक ऐसी एल्गोरिद्म तैयार की है, जिसके अनुसार ड्रोन को उड़ा कर पक्षियों के झुंड को हवाई क्षेत्र से दूर रखा जा सकता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 11:41 AM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 03:58 PM (IST)
पक्षियों की वजह से अब विमान नहीं होंगे हादसे का शिकार, वैज्ञानिकों ने तलाशा तोड़
पक्षियों की वजह से अब विमान नहीं होंगे हादसे का शिकार, वैज्ञानिकों ने तलाशा तोड़

नई दिल्‍ली (जागरण स्‍पेशल)। देश-विदेश में अक्‍सर लड़ाकू विमान पक्षियों के टकराने की वजह से हादसे का शिकार हो जाते हैं। इसकी वजह से कई बार पायलट को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। हम सभी ने सरकारों को इस बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए कई बार कहते हुए सुना है, लेकिन इसके बाद भी इस तरह की घटनाएं सुनने में आती ही रहती हैं। यह समस्‍या सिर्फ लड़ाकू विमानों के साथ ही नहीं है बल्कि कमर्शियल विमानों के साथा भी ऐसा होता आया है।

loksabha election banner

पक्षी की टक्‍कर से क्षतिग्रस्‍त हुआ था बोइंग विमान 
पिछले वर्ष इसी माह के दौरान इसी तरह का एक हादसा एक कमर्शियल जेट एयरलाइंस के साथ हुआ था। बदर एयरलाइंस का बोइंग विमान संख्‍या जे4341 सुडान के दमाजिन से खारतोम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ा था। इस उड़ान के दौरान ही एक पक्षी विमान से टकरा गया जिसके चलते विमान का अगला हिस्‍सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हो गया और विमान को इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी थी। इससे कुछ समय पहले ही हिथ्रो एयरपोर्ट पर एक ब्रिटिश एयरवेज के विमान को इसी वजह से उतारना पड़ा था। इसी दौरान न्‍यूयार्क हवाई अड्डे पर भी जापान एयरलाइंस के एक विमान को उतारना पड़ा था।

रोबोटिक ड्रोन करेगा पक्षियों को दूर करने में मदद 
बहरहाल, इस तरह के हादसों को रोकने के लिए अब वैज्ञानिकों ने एक नायाब तरीका खोज निकाला है।दरअसल, उन्होंने एक ऐसी एल्गोरिद्म तैयार की है, जिसके अनुसार ड्रोन को उड़ा कर पक्षियों के झुंड को हवाई क्षेत्र से दूर रखा जा सकता है। इससे वहां किसी प्रकार की बाधा नहीं पहुंचेगी। ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन और अमेरिका के कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एयरपोर्ट जैसे स्थानों पर रोबोटिक ड्रोन का इस्तेमाल कर पक्षियों के झुंड को दूर रखने में आने वाली परेशानी का अध्ययन किया। शोधकर्ताओं की टीम ने पक्षियों के समूह की हरकतों और संकट के समय समूह के बर्ताव के गुणों के आधार पर एक एल्गोरिद्म तैयार की।

शोधकर्ताओं को मिली सफलता
धकर्ताओं ने दक्षिण कोरिया में निर्धारित हवाई क्षेत्र में अपने रोबोटिक ड्रोन को उड़ाकर पक्षियों के झुंड को मोड़ने की जांच की। इसमें उन्हें सफलता मिली। कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी (केएआइएसटी) में प्रोफेसर डेविड हयानचुल शिम ने बताया कि निगरानी करते हुए यह देखना दिलचस्प और मजेदार रहा कि खतरे की स्थिति भांपकर पक्षी सामूहिक रूप से कैसा बर्ताव करते हैं। हमने झुंड के बर्ताव और उनमें आपसी संवाद का सावधानी से निरीक्षण किया। उनकी हर गतिविधि और उड़ने के दौरान ड्रोन के बीच में आने पर परिवर्तन का पता लगाया। इसके आधार पर हमने जो एल्गोरिद्म तैयार की उसके अनुसार, जब ड्रोन उड़ाया तो झुंड को मोड़ने में मदद मिली।

क्या कहते हैं आंकड़े 
पक्षियों के टकराने से हवाई जहाज और उसमें बैठे यात्रियों को खतरा हो सकता है। वर्ष 2011 से 2016 के बीच कोरियाई नागरिक विमानों को पक्षियों के करीब एक हजार हमलों का सामना करना पड़ा था। वहीं, अमेरिका की बात करें तो 1990 से 2013 के बीच 1.42 लाख पक्षियों के हमलों में 62 नागरिक विमान बर्बाद हुए। इसके अलावा 25 लोगों की मौत हुई, जबकि 279 लोग घायल हुए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.