Mission Shakti पर अमेरिका का बयान, जारी रहेगा अंतरिक्ष में भारत के साथ सहयोग
भारत के मिशन शक्ति पर नासा की टिप्पणी पर अमेरिका ने कहा है कि ये परीक्षण अंतरिक्ष मलबे के मुद्दों को हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
वाशिंगटन, एएनआइ। हाल ही में भारत के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में घूम रहे एंटी सैटेलाइट को मार गिराया था। इस उपलब्धि को हासिल करने वाला भारत विश्व का चौथा देश बन गया है। लेकिन भारत की इस कामयाबी को NASA ने भयानक करार दिया। नासा का कहना है कि भारत ने इस सैटेलाइट को नष्ट कर उसके 400 टुकड़े बना दिए हैं जो इंटरनेशनल स्पेस में जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
भारत के मिशन शक्ति (Mission Shakti) पर नासा की टिप्पणी पर अमेरिकी विदेश विभाग के रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा है कि अंतरिक्ष में मलबा एक चिंताजनक विषय है। अमेरिका इसको लेकर काफी सतर्क है। उन्होंने कहा कि हमने इस मिशन के बाद भारत सरकार के बयानों पर काफी ध्यान दिया है। भारत सरकार के मुताबिक ये परीक्षण अंतरिक्ष मलबे के मुद्दों को हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
रॉबर्ट पैलाडिनो ने आगे कहा कि हमने भारत के साथ एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी की है, और हम अंतरिक्ष में अपने साझा हितों को लेकर भारत के साथ वैज्ञानिक और तकनीक पर सहयोग करते रहेंगे।
बता दें कि NASA के प्रमुख जिम ब्रिडेनस्टाइन ने कहा था कि नष्ट किए गए सैटेलाइट्स के कुछ ऐसे टुकड़े हैं जिन्हें ट्रैक किया गया है। इनका साइज 10 सेंटीमीटर यानी 6 इंच है और कुछ इनसे बड़े भी हैं। यह घटना स्वीकर्य नहीं है। NASA इस पर स्पष्टीकरण चाहता है कि इससे हमारे ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिकी सेना अंतरिक्ष में ऑब्जेक्टस को ट्रैक करती हैं जिससे यह पता चल सके कि आईएसएस और उपग्रहों के लिए कोई खतरा तो नहीं है और उन्होंने 10 सेंटीमीटर से ज्यादा वाले 23,000 ऑब्जेक्टस को ट्रैक किया है। इसमें 10,000 स्पेस डेबरिस के टुकड़े हैं।