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सिखों के योगदान की सराहना के लिए अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पेश, जानिए खास बातें

प्रस्ताव में सिखों के सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ ही नस्ली और धार्मिक भेदभाव के खिलाफ खड़े होने के लिए उनके साहस की सराहना भी की।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 06:02 PM (IST)
सिखों के योगदान की सराहना के लिए अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पेश, जानिए खास बातें
सिखों के योगदान की सराहना के लिए अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पेश, जानिए खास बातें

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में सिख समुदाय के योगदान और बलिदान की सराहना के लिए गुरुवार को अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पेश किए गए। संसद के ऊपरी सदन सीनेट में सांसद टॉड यंग और बेन कार्डिन की ओर से पेश प्रस्ताव में 12 नवंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की 550वीं जयंती के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व का जिक्र किया गया है।

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प्रस्ताव अमेरिकी सिखों का सम्मान

यंग ने कहा, 'यह प्रस्ताव अमेरिकी सिखों का सम्मान करता है, जो हमारे देश की समृद्ध संस्कृति और विविधता का अहम हिस्सा हैं। अमेरिका का इंडियाना प्रांत दस हजार से ज्यादा सिखों का घर है और उनके सम्मान में सीनेट में पहला प्रस्ताव पेश करते हुए मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।'

सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए किया आभार व्यक्त

एक प्रस्ताव में सभी सिखों के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए उनके साथ अमेरिका और दुनियाभर में हुए भेदभाव का भी जिक्र किया गया है। जबकि कार्डिन ने अपने प्रस्ताव में सिखों के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ ही नस्ली और धार्मिक भेदभाव के खिलाफ खड़े होने के लिए उनके साहस की सराहना भी की।

इनके योगदान का किया गया जिक्र

एक प्रस्ताव में अमेरिका में योगदान देने वाले चार प्रमुख सिखों का जिक्र किया गया है। इनमें पहले एशियाई अमेरिकी सांसद दिलीप सिंह सौंद, फाइबर ऑप्टिक्स के खोजकर्ता डॉ नरिंदर कपानी, अमेरिका के सबसे बड़े आड़ू उत्पादक दीनार सिंह बैंस और प्रतिष्ठित रोजा पा‌र्क्स ट्रेलब्लेजर अवार्ड विजेता गुरिंदर सिंह खालसा शामिल हैं।

प्रस्ताव में कई लोगों का जिक्र 

दिलीप सिंह 1957 में सांसद चुने गए थे। इनके अलावा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना में अपनी सेवा देने वाले भगत सिंह थिंद की भी सराहना की गई है। प्रस्ताव में कलाकार सनातन कौर, न्यूयॉर्क की पुलिस अधिकारी गुरसोच कौर और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सुप्रीत कौर का भी जिक्र है।

अमेरिका में साढ़े सात लाख सिख

सांसद टीजे कॉक्स और 67 अन्य लोगों की ओर से पेश एक प्रस्ताव में कहा गया है कि 120 साल से ज्यादा समय से सिख अमेरिका में रह रहे हैं। सिख दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म है। दुनिया में इनकी आबादी ढाई करोड़ से ज्यादा और अमेरिका में साढ़े सात लाख से ज्यादा है। 18वीं सदी के आखिर में अमेरिका पहुंचने के बाद से सिख पुरुषों और महिलाओं ने अपना उल्लेखनीय योगदान दिया है।

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