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अमेरिका में बिना किसी दस्तावेज के बचपन से रहने वाले प्रवासियों को नागरिकता देंगे राष्ट्रपति ट्रंप

बचपन में अपने माता-पिता के साथ बिना किसी दस्तावेज के अमेरिका में आने वाले युवाओं को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 07:59 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 07:59 PM (IST)
अमेरिका में बिना किसी दस्तावेज के बचपन से रहने वाले प्रवासियों को नागरिकता देंगे राष्ट्रपति ट्रंप
अमेरिका में बिना किसी दस्तावेज के बचपन से रहने वाले प्रवासियों को नागरिकता देंगे राष्ट्रपति ट्रंप

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले कुछ हफ्तों में इमिग्रेशन से जुड़े कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे। इससे बचपन में अपने माता-पिता के साथ बिना किसी दस्तावेज के अमेरिका में आने वाले युवाओं को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि, ट्रंप के इस बयान के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति गुणवत्ता आधारित इमिग्रेशन प्रणाली स्थापित करने पर काम कर रहे हैं।

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व्हाइट हाउस की सफाई, गुणवत्ता आधारित इमिग्रेशन प्रणाली पर काम कर रहे हैं राष्ट्रपति

स्पैनिश भाषा के न्यूज चैनल टेलीमैंडो के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा कि वह इमिग्रेशन पर एक कार्यकारी आदेश पर काम कर रहा हैं, इसमें 'डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स' (डीएसीए) कार्यक्रम से जुड़े लोगों नागरिकता देने की रुपरेखा शामिल होगी। अमेरिका में डीएसीए के तहत आने वालों को 'ड्रीमर्स' भी कहा जाता है। ड्रीमर्स वो हैं जो बचपन में अपने माता-पिता के साथ बिना किसी दस्तावेज के अमेरिका में आए थे। अमेरिका में इनकी संख्या करीब सात लाख है, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय समेत दक्षिण एशियाई मूल के लोग शामिल हैं। डीएसीए कार्यक्रम के तहत इन्हें प्रत्यर्पण से सुरक्षा होती है।

ट्रंप ने कहा- यह बहुत बड़ा बिल है और बहुत अच्छा बिल है

एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि डीएसीए पर उनकी कार्रवाई इमिग्रेशन पर एक बहुत बड़े विधेयक का हिस्सा बनने जा रही है। उन्होंने कहा, 'यह एक बहुत बड़ा बिल है और बहुत अच्छा बिल है। यह मेरिट आधारित बिल है और इसमें डीएसीए भी शामिल होगा। मुझे लगता है कि लोगों को इसके बारे में जानने के बाद खुशी होगी।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नए बिल में डीएसीए के पहलुओं को रखा जाएगा। यह नागरिकता का एक रास्ता होगा।

बिल का मतलब माफी नहीं

ट्रंप के साक्षात्कार के बाद व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नए बिल का मतलब यह नहीं है कि अवैध रूप से आने वालों को माफी दे रहे हैं। ट्रंप काफी समय से कहते रहे हैं कि वे डीएसीए का समाधान चाहते हैं। इसमें सीमा की सुरक्षा और गुणवत्ता के आधार पर डीएसीए के योग्य लोगों को नागरिकता देने जैसे सुधार शामिल करना चाहते हैं।

पहले चर्चा थी कि ट्रंप डीएसीए योजना को खत्म कर सकते हैं। ट्रंप ने डीएसीए से जुड़ी डील नहीं होने के लिए डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स मान जाते तो दो साल पहले ही डील हो जाती।

ओबामा लाए थे डीएसीए कार्यक्रम

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2012 में डीएसीए कार्यक्रम लागू किया था। यह नीति उन लोगों को अमेरिका में रुकने की परमिशन और वर्क परमिट देने के लिए लाई गई जो कि 16 साल से कम की उम्र में गैर-कानूनी तरीके से अमेरिका आए थे। हालांकि, यह शर्त है कि कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए। इसका हर दो साल में नवीनीकरण कराया जा सकता है।

ट्रंप के बयान पर सियासत शुरू

राष्ट्रपति ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिका में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। टेक्सास से उनकी ही पार्टी रिपब्लिकन के सीनेटर टेड क्रूज ने इस कदम को एक गलती करार दिया है। क्रूज ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति के पास कार्यकारी आदेश से नागरिकता का रास्ता बनाने का संवैधानिक अधिकार ही नहीं है।


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