अमेरिका में आज हो सकती है इमरजेंसी की घोषणा, जानिए इसके पीछे की वजह
अमेरिका में आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं। ट्रंप आज देर रात अपना पक्ष और तर्कों को राष्ट्र के सामने रखेंगे।
वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं। US-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनवाने पर अड़े ट्रंप इसको लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर चुके हैं। इस मुद्दे पर सख्ती कायम रखते हुए ट्रंप आज देर रात अपना पक्ष और तर्कों को राष्ट्र के सामने रखेंगे। ऐसे माना जा रहा है कि इस संबोधन के दौरान ट्रंप देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा कर सकते हैं।
US-मेक्सिको सीमा इलाके में ट्रंप का दौरा
राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप अपने ओवल ऑफिस (कार्यालय) से यह पहला भाषण देंगे। इसके बाद वह मेक्सिको सीमा पर दीवार की जरूरत पर बल देने के लिए वहां का दौरा करेंगे। ट्रंप का कहना है कि अवैध आव्रजन रोकने के दीर्घकालिक समाधान के लिए US-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाना जरूरी है। इस बीच US-मेक्सिको सीमा पर ट्रंप के दौरे को लेकर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने ट्वीट कर कहा है, 'राष्ट्रपति इस दौरे का उपयोग राष्ट्रीय सुरक्षा एवं मानवीय संकट से निपटने के काम में लगे लोगों से मिलने के लिए करेंगे।'
सरकारी कामकाज ठप, नहीं मिला वेतन
बता दें कि खर्चों के लिए फंड का अनुमोदन न मिलने से लगातार तीन हफ्ते से सरकारी कामकाज आंशिक रूप से बंद है, जिस कारण हजारों संघीय कर्मचारियों को शुक्रवार को भी अपनी तनख्वाह नहीं मिली। दरअसल, सरकार के आंशिक रूप से ठप पड़े कामकाज को फिर से शुरू करने से पहले ट्रंप इस मुद्दे का हल चाहते हैं।
इमरजेंसी की जरूरत क्यों पड़ी?
दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप US-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने पर अड़े हुए हैं, इमरजेंसी लागू होने से ट्रंप को इस दीवार परियोजना पर संसद की अनुमित के बिना कार्य करने की छूट मिल जाएगी।
US-मेक्सिको सीमा दीवार पर ट्रंप का पक्ष
- ट्रंप प्रशासन ने US-मेक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण के लिए 5.6 अरब डॉलर ((करीब 35 हजार करोड़ रुपये) की मांग की है, लेकिन संसद से इसे मंजूरी नहीं मिली।
- ट्रंप का कहना है कि अमेरिका में शरणार्थियों को अवैध रूप से दाखिल होने से रोकने के लिए मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाना जरूरी है।
- संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में बहुमत में आए विपक्षी डेमोक्रेट सांसद इसके विरोध में हैं। डेमोक्रेट्स कहना है कि यह कर दाताओं के पैसों की बर्बादी है।
- इस मुद्दे पर संसद में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों में सहमति नहीं बन पाने के कारण अमेरिका में गत 22 दिसंबर से आंशिक शटडाउन जारी है।
गौरतलब है कि ट्रंप अपने संबोधन और सीमावर्ती इलाके के दौरे की घोषणा कर विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी व सत्तारूढ़ रिपब्लिकन सांसदों पर सरकारी कामकाज फिर से शुरू करने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि, ट्रंप के संबोधन पर न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं।
Longest Shutdown का रिकॉर्ड तोड़ना अमेरिका
अमेरिका सबसे लंबे शटडाउन का रिकॉर्ड तोड़ने की ओर है। 22 दिसंबर, 2018 से शुरू हुआ शटडाउन अब भी जारी है।
कब-कब आई शटडाउन की स्थिति
- अक्टूबर 2013 में 16 दिनों तक शटडाउन चला था, उस वक्त सत्ता में डेमोक्रैट्स की सरकार थी और बराक ओबामा राष्ट्रपति थे। इस दौरान करीब आठ लाख कर्मचारियों को घर बैठना पड़ा था।
- 1981, 1984, 1990, 1995-96 के दौरान अमेरिका के पास खर्च करने के लिए पैसा नहीं बचा था।
- 1995-96 की अवधि में 21 दिनों तक शटडाउन चला था, जो 6 जनवरी 1996 को समाप्त हुआ था।
शटडाउन कैसे होता है?
अमेरिका में एंटीडेफिशिएंसी एक्ट लागू है। इस एक्ट के तहत अमेरिका में पैसे की कमी होने पर संघीय एजेंसियों को अपना कामकाज रोकना पड़ता है, यानी उन्हें छुट्टी पर भेज दिया जाता है। इस दौरान उन्हें वेतन भी नहीं दिया जाता। ऐसे स्थिति में सरकार संघीय बजट लाती है, जिसे प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों में पारित कराना जरूरी होता है।