फाइजर, मॉर्डना और बायोएनटेक वैक्सीन लेने के बाद मरीजों में आ रहे हैं ये लक्षण
एजेंसी ने कहा कि एमआरएनए कोविड-19 की दूसरी खुराक के बाद युवाओं की अपेक्षा से अधिक संख्या में दिल की सूजन का अनुभव हुआ है। इसमें आधे से अधिक मामले 12 से 24 वर्ष की आयु के लोगों में दर्ज किए गए हैं।
अमेरिका, रायटर। फाइजर, बायोएनटेक और मॉर्डना वैक्सीन टीकाकरण से जुड़े चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। वैक्सीन लेने के बाद किशोरों और वयस्कों के दिल में सूजन जैसी समस्या देखने को मिली है। बुधवार को एक प्रजेंटेशन में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने यह बात कही। कोविड-19 वैक्सीन सेफ्टी टेक्निकल वर्क ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि किशोरों और युवा वयस्कों में एमआरएनए तकनीक आधारित टीकाकरण के बाद मायोकार्डिटिस या पेरिकार्डिटिस की समस्या देखी जा सकती है, जिसमें दिल की मांसपेशियों में सूजन व लालिमा आने लगती। इसमें ज्यादा जोखिम दूसरी खुराक के बाद और पुरुषों में काफी अधिक देखा गया है।
सीडीसी ने एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, टीकाकरण के बाद हृदय में सूजन वाले रोगी आमतौर पर इन लक्षणों से ठीक हो जाते हैं। हृदय रोग और एमआरएनए टीकों के बीच संबंध की संभावना का आकलन करने के लिए टीकाकरण प्रथाओं पर सलाहकार समिति ने बुधवार को बैठक की।
डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) कई महीनों से मुख्य रूप से युवा पुरुषों में दिल की सूजन के मामलों की जांच कर रहा है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि ऐसे मामलों और फाइजर के वैक्सीन के बीच एक संभावित लिंक देखा है।
सीडीसी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह अभी भी स्थिति से जोखिम का मूल्यांकन कर रहा है। टीकों और हृदय से जुड़े संबंध की पुष्टि नहीं करता है। हालांकि एजेंसी ने कहा कि एमआरएनए कोविड-19 की दूसरी खुराक के बाद युवाओं को अधिक दिल की सूजन का अनुभव हुआ है। इसमें आधे से अधिक मामले 12 से 24 वर्ष की आयु के लोगों में दर्ज किए गए हैं।
इज़राइल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि टीकाकरण और हृदय की सूजन के बीच एक लिंक होने की संभावना है। मॉर्डना ने कहा था कि वह हृदय की सूजन के मामलों और इसके टीके के साथ एक कारण की पहचान नहीं कर सकती है।