Positive News: शेफ विकास खन्ना करेंगे डब्बावालों की मदद, वृंदावन में विधवाओं को बांटेंगे खाना
इससे पहले ईद के मौके पर खन्ना ने मुंबई में सबसे बड़े दावतों में से एक का आयोजन किया था और लगभग 1.75 लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था की थी।
न्यूयॉर्क, पीटीआई। कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जरूरतमंदों की मदद के लिए सेलिब्रिटी शेफ विकास खन्ना ने मदद का हाथ बढ़ाया है। खन्ना इस हफ्ते मुंबई में हजारों डब्बावालों और वृंदावन में विधवाओं के लिए बड़े पैमाने पर भोजन और आवश्यक वस्तुओँ की अपूर्ति के लिए एक आभियान चलाने जा रहे हैं।
48 साल के विश्व-प्रसिद्ध शेफ, लेखक और फिल्म-निर्माता अपने अभियान 'उत्सव' के जरिए जरूरतमंदों को 14 लाख खाने के पैकेट बांटेंगे, जिसमें मुंबई के 5 हजार से अधिक डब्बावालों और स्पॉट बॉय जैसे टेलीविजन सपोर्ट स्टाफ के परिवारों को सूखा राशन, जूस और सफाई की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी।
कोरोना वायरस महामारी और भारत में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण डब्बावालों के काम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। खन्ना का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि इस महामारी के दौर में जरूरतमंदों को पर्याप्त राशन, सब्जियां और आवश्यक सामानों की आपूर्ति की जा सके। इसके अलावा वह वृंदावन में विधवाओं के लिए 5 लाख खाने के पैकेट, आवश्यक मेडिकल सप्लीमेंट और हर्बल ड्रिंक का भी वितरण किया जा रहा है।
23 जून को अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के अवसर पर स्वच्छता संगठन सुलभ इंटरनेशनल के साथ मिलकर वृंदावन की विधवाओं के लिए भोजन बांटने का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस पहल के तहत, वृंदावन में सात आश्रमों में भोजन और अन्य आवश्यक सामान वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही वाराणसी में नाव और कारीगरों के परिवारों को भी जरूरी सामान वितरित किया जाएगा।
खन्ना मैनहट्टन में अपने घर से बड़े पैमाने पर खाद्य वितरण कार्यक्रम को चला रहे हैं। लगभग 80 दिनों के दौरान, खन्ना ने अनाथालयों, वृद्धाश्रमों, विधवा आश्रमों के साथ-साथ प्रवासी श्रमिकों के लिए और 125 भारतीय शहरों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की मदद से 1.4 करोड़ भोजन के पैकेट वितरित किए हैं। खन्ना की इस पहले के साथ लगभग 47 अग्रणी ब्रांडों ने भी भागीदारी की है, जिसके तहत 20 लाख सेनेटरी पैड और 1,28,000 चप्पल भी वितरित किए गए हैं।
पिछले महीने, खन्ना ने ईद के मौके पर मुंबई में सबसे बड़े दावतों में से एक का आयोजन किया था। उनका मकसद कोरोना महामारी के बीच शहर के लगभग 1.75 लाख लोगों को भोजन देना था। उनका कहाना है कि मेरी आशा एकजुटता है। एकजुटता ही सब कुछ है। हम कोरोना को हरा सकते हैं और हम सभी को एकजुट होकर यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि इस वायरस को कैसे हराया जा सकता है।