भारत यात्रा के पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दिया ये बयान, पढ़ें खबर
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि उनकी यह यात्रा भारत-अमेरिकी संबंधों को आगे बढ़ाने पर केंद्रीत होगी।
वाशिंगटन, पीटीआइ । अपनी भारत यात्रा के पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने नई दिल्ली के साथ रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जयशंकर को विदेश मंत्री नियुक्ति किए जाने के लगभग तीन सप्ताह बाद पोम्पिओ ने उनको बधाई संदेश भी भेजा है। गौरतलब है कि 25 जून को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भारत आएंगे। देश में आम चुनाव के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय वार्ता होगी।
अमेरिकी विदेश मंत्री की भारत यात्रा के पूर्व विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस की ओर से यह बयान सामने आया है। ऑर्टागस ने कहा कि पोम्पिओ ने भारत की नवनिर्वाचित सरकार के साथ मिलकर काम करने की मजबूत अमेरिकी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। इसके पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी यह यात्रा भारत-अमेरिकी संबंधों को आगे बढ़ाने पर केंद्रीत होगी। उन्होंने कहा कि यह भारत प्रशांत क्षेत्र के साझा लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बता दें कि प्रशांत सागर में चीन की दिलचस्पी और दखल से भारत के साथ-साथ अमेरिका की चिंता को बढ़ाया है। इस क्षेत्र में चीनी दखल से यहां का सामरिक संतुलन बिगड़ गया है।
चीन निरंतर इंडो-पैसिफिक में अपनी सैन्य उपस्थिति का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है। यह एक बायोग्राफिकल क्षेत्र है। इसमें हिंद महासागर और पश्चिम और मध्य प्रशांत महासागर के साथ दक्षिण चीन सागर भी शामिल है। चीन लगभग सभी दक्षिण चीन सागर पर दावा करता रहा है। इस क्षेत्र पर वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान भीअपना दावा करते रहे हैं।
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