अमेरिका और ब्रिटेन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत को दिया सहयोग का भरोसा
भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पाम्पिओ ने ब्रिटिश एनएसए मार्क सेडविल के बीच वार्ता की।
वाशिंगटन [ एजेंसी ]। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पाम्पिओ ने ब्रिटिश एनएसए मार्क सेडविल के बीच वार्ता की। दोनों नेताओं के मध्य दक्षिण एशिया के दो प्रमुख राष्ट्रों के बीच तनाव घटाने के लिए किए गए प्रयासों पर भी परिचर्चा हुई। खास बात यह है कि दोनों नेताओं के बीच इस वार्ता एक दिन पूर्व ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से फोन पर बात की थी। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सभी तरह की मदद करने और खुफिया जानकारी साझा करने की पेशकश की थी। ब्रिटिश एनएसए ने कहा कि आतंकवाद से किसी भी रूप से निपटने के लिए वह भारत के साथ खड़ा है।
दोनों नेताओं के बीच वार्ता के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने अमेरिका-ब्रिटेन के विशेष संबंधों का हवाला देते हुए कहा है कि पाम्पिओ और सेडविल ने प्रमुख वैश्विक चुनौतियों के बीच सहयोग को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री ब्रिटेन के एनएसए के साथ भारत-पाकिस्तान के मध्य तनाव के साथ सीरिया और ईरान के हालात पर भी चर्चा की।
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध काफी तल्ख हो गए हैं। इस आत्मघाती हमले में 40 भारतीय सुरक्षा बल के जवान मारे गए थे। इस आतंकी घटना की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने लिया है। इसके बाद 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में घुसकर जैश के बड़े शिविरों को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद से दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन करते हुए सीमा पर गोलीबारी जारी रखे हैं।