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अमेरिका ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को आड़े हाथों लिया, कहा- सैन्‍य कार्रवाई में लिप्‍त

उन्‍होंने कहा कि बीजिंग दक्षिण चीन सागर में आक्रमकता भारत में सीमा विवाद अपारदर्शी परमाणु कार्यक्रम और शांतिपूर्ण पड़ोसियों के खिलाफ लगातार साजिश रचने में संलग्‍न है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 08:56 AM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 09:30 AM (IST)
अमेरिका ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को आड़े हाथों लिया, कहा- सैन्‍य कार्रवाई में लिप्‍त
अमेरिका ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को आड़े हाथों लिया, कहा- सैन्‍य कार्रवाई में लिप्‍त

वाशिंगटन एजेंसी। अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक बार फ‍िर ड्रैगन के अडि़यल रुख की भर्त्‍सना करते हुए कहा है क‍ि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भड़काऊ सैन्य कार्रवाइयों में लिप्त है। उन्‍होंने कहा कि बीजिंग दक्षिण चीन सागर में आक्रमकता, भारत में सीमा विवाद, अपारदर्शी परमाणु कार्यक्रम और शांतिपूर्ण पड़ोसियों के खिलाफ लगातार साजिश रचने में संलग्‍न है।

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स्‍वतंत्रता ओर अधिनायकवाद के बीच कोई समझौता नहीं 

ब्रसेल्‍स फोरम, 2020 में अमेरिक विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन को दो टूक कह दिया है कि स्‍वतंत्रता ओर अधिनायकवाद के बीच कोई समझौता नहीं हो सकता है। उन्‍होंने इस तर्क को खारिज कर दिया कि शांति के लिए चीनी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को स्‍वीकार करना होगा। उन्‍होंने कहा कि एक सुरक्षित और संरक्षित भविष्‍य, एक मुक्‍त समाज के लिए, हमारी समृद्धि के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। उन्‍होंने कहा यह आसान टास्‍क नहीं है, लेकिन यह जरूरी है। उन्‍होंने कहा चीन कई लोगों के लिए लुभावन है। खासकर अमेरिकी व्‍यापारिक समुदायों के लिए, जिनका चीन के साथ कारोबार चल रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि हम इस शर्त पर शांति के साथ समझौता नहीं कर सकते। कारोबार और लाभ के लिए चीनी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के जुझारू तेवर को स्‍वीकार नहीं किया जा सकता। उन्‍होंने कहा यह बकवास का तर्क है। मैं इस तर्क को स्‍वीकार नहीं कर सकता।

यूएएस और ईयू वार्ता प्रस्‍ताव स्‍वीकार

पोम्पिओ ने घोषणा की अमेरिका ने यूएएस और ईयू वार्ता प्रस्‍ताव को स्‍वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा पश्चिम ने हमारे साझा लोकतांत्रिक आदर्शों के लिए खतरे के बारे में जो चिंताएं जताई हैं, उन पर चर्चा करने के लिए मैं इस नए तंत्र को लेकर उत्साहित हूं। यूरोप में अमेरिका के दोस्तों को मेरा निमंत्रण हमारे समय में इन मूल्यों की रक्षा करने के लिए है। भविष्य में दुनिया के लिए उसी तरह आकार ले सकें, जैसा उन्होंने अतीत में किया है। हम इन मूल्यों का एक साथ बचाव करेंगे।    


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