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परमाणु हमलों से रक्षा के लिए पेंटागन ने पहली साल्‍वो मिसाइल का किया परीक्षण

अमेरिका और रूस के बीच मिसाइलों की होड़ की कड़ी में यूएस ने परमाणु हमलों से रक्षा के लिए नया परीक्षण किया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 05:36 PM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 06:04 PM (IST)
परमाणु हमलों से रक्षा के लिए पेंटागन ने पहली साल्‍वो मिसाइल का किया परीक्षण
परमाणु हमलों से रक्षा के लिए पेंटागन ने पहली साल्‍वो मिसाइल का किया परीक्षण

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका और रूस के बीच मिसाइलों की होड़ की कड़ी में यूएस ने परमाणु हमलों से रक्षा के लिए नया परीक्षण किया। पहली बार प्रशांत महासागर में साल्‍वो मिसाइल के जरिये एक नकली परमाणु मिसाइल को सफलतापूर्वक नीचे लाया गया।

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पेंटागन के अफसरों ने बताया कि दक्षिणी कैलिफोर्निया से दागी गई दो मिसाइलों ने 4,000 मील (6,400 किमी) दूर से लॉन्च किए गए लक्ष्य पर निशाना साधा। योजना के अनुसार एक इंटरसेप्टर मिसाइल ने रॉकेट को अलग कर दिया जबकि दूसरे ने नकली वारहेड को मार दिया।  

इस तरह की मिसाइलों का परीक्षण पहले भी किया जा चुका है, लेकिन यह पहली बार है जब एक ही समय में रक्षा के लिए कई हथियार दागे गए। विशेषज्ञों ने उम्‍मीद जतार्इ् कि इससे नई पद्धति वाली मिसाइलों को रोकने में सफलता की दर को बढ़ाने में मदद करेगी, जिनका इससे पहले सफलता दर 50 प्रतिशत से कम रही है। कैलीफोर्निया में वैंडेनबर्ग एयर फोर्स बेस से दो इंटरसेप्टर को दागा गया, जबकि मार्शल द्वीप में रीगन टेस्ट साइट से टारगेट मिसाइल को लॉन्च किया गया था। 

एयर फोर्स के मिसाइल सिस्टम एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल सैमुअल ए ग्रीव्स ने कहा कि सिस्टम ने ठीक वैसा ही काम किया, जैसा करने के लिए किया गया था। उन्‍होंने कहा कि टेस्‍ट की सफलता के लिए परीक्षण किया गया कि हम ऐसा करने में सक्षम हैं और वास्‍तविक बड़े खतरे का मुकाबला करने के लिए विश्‍वसनीय निवारक होगा।

भले ही मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम एक दशक से अधिक समय से चल रही है, लेकिन यह पहली बार था जब उसने एक ही लक्ष्य पर कई इंटरसेप्टर मिसाइलों को दागने का प्रयास किया था। विशेषज्ञों ने उम्‍मीद जतार्इ् की कि इससे नई पद्धति वाली मिसाइलों को रोकने में सफलता की दर को बढ़ाने में मदद करेगी, जिनका इससे पहले सफलता दर 50 प्रतिशत से कम रही है।

कैलीफोर्निया में वैंडेनबर्ग एयर फोर्स बेस से दो इंटरसेप्टर को दागा गया, जबकि मार्शल द्वीप में रीगन टेस्ट साइट से टारगेट मिसाइल को लॉन्च किया गया था। एयर फोर्स के मिसाइल सिस्टम एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल सैमुअल ए ग्रीव्स ने कहा कि सिस्टम ने ठीक वैसा ही काम किया, जैसा करने के लिए किया गया था।

उन्‍होंने कहा कि टेस्‍ट की सफलता के लिए परीक्षण किया गया कि हम ऐसा करने में सक्षम हैं और वास्‍तविक बड़े खतरे का मुकाबला करने के लिए विश्‍वसनीय निवारक होगा। हालांकि मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम पर दशकों से किया जा रहा है। यह पहली बार है कि पहली बार बहुउद्देश्‍यीय इंटरसेप्‍टर मिसाइल को एक लक्ष्‍य को भेदने का प्रयास किया गया।

यह एप्रेाच आने वाली मिसाइल को मारने की संभावना को बेहतर बनाने के लिए किया गया है, जिसमें वास्तविक मुकाबले में लुभाने और अन्य उपायों को शामिल करता है, जो लक्ष्य को खोजने और हिट करने के लिए इंटरसेप्टर के लिए मुश्किल बनाते हैं।


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