राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी मैनफोर्ट को हो सकती है 24 साल जेल की सजा, जानिए क्यों?
2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की प्रचार टीम के प्रभारी रहे मैनफोर्ट गत अगस्त में टैक्स और बैंक धोखाधड़ी समेत आठ अपराधों में दोषी ठहराए गए थे।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रभारी रहे पॉल मैनफोर्ट को 24 साल तक की जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है। वह 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल मामले की जांच में झूठ बोलने के दोषी पाए गए हैं। इस मामले की जांच कर रहे विशेष वकील रॉबर्ट मुलर के साथ सहयोग करने के लिए उन्होंने समझौता किया था, लेकिन उन्होंने इसका उल्लंघन कर झूठ बोला।
रूसी दखल मामले की जांच में झूठ बोलने के पाए गए हैं दोषी
अमेरिकी अदालत में शुक्रवार को दाखिल किए गए दस्तावेजों के अनुसार, मुलर के कार्यालय ने न्याय विभाग के आकलन से सहमति जताई है कि मैनफोर्ट को करीब 24.6 साल तक कैद की सजा होनी चाहिए। उन पर 2.4 करोड़ डॉलर (करीब 171 करोड़ रुपये) तक के जुर्माने की भी सिफारिश की गई है।
अमेरिकी डिस्ट्रिक कोर्ट की जज एमी बर्मन जैक्सन ने गत बुधवार को अपने फैसले में कहा था, 'मैनफोर्ट ने चुनाव अभियान और ट्रंप की जीत के बाद रूसी नागरिक कोंस्टेंटिन किलिमनिक से अपने संबंधों के बारे में जानबूझकर झूठ बोला था। इस मामले में उन्हें अगले माह सजा सुनाई जाएगी।'
अभियोजकों के अनुसार, किलिमनिक का जुड़ाव रूस की खुफिया सेवाओं से है। जज ने यह भी पाया कि मैनफोर्ट ने अपने कानूनी खर्चो का ट्रंप समर्थित सियासी कार्य समिति की ओर से भुगतान किए जाने के बारे में भी झूठ बोला था।
69 वर्षीय मैनफोर्ट ट्रंप के सात पूर्व सहयोगियों में हैं, जिन्हें मुलर ने रूस मामले में आरोपित किया है। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की प्रचार टीम के प्रभारी रहे मैनफोर्ट गत अगस्त में टैक्स और बैंक धोखाधड़ी समेत आठ अपराधों में दोषी ठहराए गए थे।