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सूरज के सबसे नजदीक पहुंचा 'पार्कर', दूरी जानकर हो जाएंगे दंग

सोमवार को पार्कर सूर्य से 4.27 करोड़ किलोमीटर की दूरी से गुजरा। किसी यान के लिए यह सूर्य से अब तक की निकटतम दूरी है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 04:29 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 05:17 PM (IST)
सूरज के सबसे नजदीक पहुंचा 'पार्कर', दूरी जानकर हो जाएंगे दंग
सूरज के सबसे नजदीक पहुंचा 'पार्कर', दूरी जानकर हो जाएंगे दंग

वाशिंगटन, आइएएनएस। सूर्य के रहस्यों को उजागर करने के अभियान पर निकले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पार्कर यान ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। सोमवार को पार्कर सूर्य से 4.27 करोड़ किलोमीटर की दूरी से गुजरा। किसी यान के लिए यह सूर्य से अब तक की निकटतम दूरी है। इससे पहले सूर्य के इतने नजदीक अप्रैल, 1976 में जर्मन-अमेरिकी यान हेलियस-2 पहुंचा था।

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जॉन्स हॉपकिंस एप्लाइड फिजिक्स लैब के एंडी ड्रीसमैन ने कहा, 'पार्कर सौर यान को लॉन्च किए हुए अभी मात्र 78 दिन हुए हैं और हमने सूर्य के सबसे नजदीक पहुंचने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। यह हमारी टीम के लिए गर्व का क्षण है। अब हमारी निगाह सूर्य से पहला सामना करने पर टिकी है।' लगातार सूर्य की ओर बढ़ते हुए 31 अक्टूबर से पार्कर का सूर्य से सीधा सामना होगा और पांच नवंबर को यह अपने पहले पेरिहेलियन पर पहुंचेगा।

किसी ग्रह के ऑर्बिट के उस बिंदु को पेरिहेलियन कहा जाता है, जहां वह सूर्य के सबसे निकट होता है। अपने वर्तमान ऑर्बिट के अनुसार पार्कर हफ्तेभर में उस बिंदु पर पहुंचेगा। यहां उसे बेहद ऊंचे तापमान और तीव्र रेडिएशन का सामना करना होगा।

पार्कर लगातार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए सूर्य के नजदीक पहुंचता रहेगा और वैज्ञानिकों के लिए दशकों से पहेली बने इस तारे के रहस्यों की गांठ खोलता रहेगा। इस अभियान में सूर्य से इसकी निकटतम दूरी 61.63 लाख किलोमीटर होगी। 2024 में पार्कर के यहां तक पहुंचने का अनुमान है। पूरे अभियान के दौरान यह सूर्य के 24 चक्कर लगाएगा। इस महीने की शुरुआत में पार्कर शुक्र ग्रह से महज 2414 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरा था।

नासा के सुपरसोनिक पैराशूट ने बनाया रिकॉर्ड

वाशिंगटन, प्रेट्र । नासा के सुपरसोनिक पैराशूट ने रिकॉर्ड कायम किया है। पैराशूट ने आधे सेकेंड से भी कम समय में खुलकर 37,000 किलोग्राम के वजन को आसानी से संभाल लिया। नासा इस पैराशूट को विशेषरूप से 2020 में भेजे जाने वाले अपने मंगलयान के लिए तैयार कर रही है। इस पैराशूट की मदद से अपनी तरह के विशेष यान को मंगल की धरती पर गिराया जाएगा। प्रोजेक्ट से जुड़े जॉन मैकनेमी ने कहा कि 2020 के मंगलयान के जरिये मंगल की सतह पर अब तक का सबसे भारी पेलोड उतारा जाएगा। ऐसे में पैराशूट का हर तरह से बेहतर होना बेहद जरूरी होगा।


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