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पाक की ना-पाक हरकत: अतंरराष्‍ट्रीय मंच पर मुंह की खाई, फ्लाप रही भारत विरोधी योजना

पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान में सक्रिय भारतीय निर्माण कंपनी के एक इंजीनियर पर आतंकी समूह से जुड़ने का आरोप लगाया था।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 23 Jun 2020 04:10 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jun 2020 04:16 PM (IST)
पाक की ना-पाक हरकत: अतंरराष्‍ट्रीय मंच पर मुंह की खाई, फ्लाप रही भारत विरोधी योजना
पाक की ना-पाक हरकत: अतंरराष्‍ट्रीय मंच पर मुंह की खाई, फ्लाप रही भारत विरोधी योजना

न्‍यूयॉर्क, एजेंसी। अतंरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर एक बार फ‍िर पाकिस्‍तान का झूठ पकड़ा गया। भारत के खिलाफ उसकी चालबाजी बेकार साबित हुई है। ताजा धटनाक्रम में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की 1267 प्रतिबंध समिति ने पाकिस्‍तान की उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें उसने वैश्विक आतंकवादी के रूप एक भारतीय नागरिक पर मुकदमा चलाने की मांग की थी। जानकार सूत्रों के अनुसार समिति के समक्ष पर्याप्‍त सबूत नहीं पेश कर पाने के कारण पाकिस्‍तान के इस प्रस्‍ताव को अमेरिका ने रोक दिया और उसे समाप्‍त कर दिया। पाकिस्‍तान को एक बार फ‍िर अतंरराष्‍ट्रीय मंच पर मुंह की खानी पड़ी। 

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भारतीय इंजीनियर पर आतंकी समूह से जोड़ने का आरोप लगाया

एक सूत्र के अनुसार पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान में सक्रिय भारतीय निर्माण कंपनी के एक इंजीनियर पर आतंकी समूह से जुड़ने का आरोप लगाया था। पिछले साल वह इस मामले को यूएनएससी में ले गया। पाकिस्‍तान का आरोप था कि भारत की जमीन पर आतंकी साजिश रची जाती है। उसने ने भारतीय इंजीनियर पर आतंकी समूह से जुड़ने आरोप लगाया। यूएनएससी ने इस बाबत पाकिस्‍तान को सबूत पेश करने को कहा। एक बार फ‍िर पाकिस्‍तान अपनी चालबाजी ने नाकाम रहा है। एक बार फ‍िर उसका झूठ पकड़ा गया। पर्याप्‍त सबूतों के अभाव में वह अपने मिशन में फेल रहा।

अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद बौखलाया पाक 

पुलवामा में आतंकी वारदात हो या कश्‍मीर का मसला पाकिस्‍तान झूठ का सहारा लेता रहा है। वह पूरी तरह से बौखलाया है। भारत के प्रयास से वर्ष 2017 में पाकिस्‍तान के जैश-ए-मोहम्‍मद के प्रमुख मौलाना अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया गया। पाकिस्‍तान तभी से भारत के खिलाफ अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर कुचक्र चल रहा है। पाकिस्‍तान आतंकवाद के कृत्यों के लिए भारतीय नागरिकों को गलत तरीके से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। वह भारतीयों को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।

क्‍या है UNSC 1267 समिति

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) 1267 समिति की स्थापना अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों जैसे ISI और अल-कायदा और अन्य पर निगरानी के लिए की गई थी। इसके पांच स्थायी सदस्य चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस के साथ-साथ 10 गैर-स्थायी सदस्य हैं। 


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