आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाक ने कुछ नहीं किया: अमेरिका
मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद की रिहाई को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक कदम पीछे हटना करार दिया।
वाशिंगटन, प्रेट्र। ह्वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के सहयोग से संतुष्ट नहीं है। उसने अपने वादे के अनुसार तालिबान व हक्कानी नेटवर्क को रोकने और अपनी जमीन पर उनकी पनाहगाहों को तबाह करने के लिए कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया।
ह्वाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद की रिहाई को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक कदम पीछे हटना करार दिया। उन्होंने कहा कि पांच साल से बंधक कोलमैन परिवार को हक्कानी नेटवर्क से मुक्त करा लेना इस बात का संकेत नहीं है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का सहयोग कर रहा है।
इस साल अक्टूबर में अमेरिका द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान की सेना ने कोलमैन दंपती और उनके तीन बच्चों को मुक्त कराया था। अफगान तालिबान से जुड़ाव रखने वाले आतंकियों ने पांच साल पहले इन्हें अफगानिस्तान की सीमा से लगती कुर्रम घाटी से अगवा कर लिया था।
अधिकारी ने कहा, 'हमारे कूटनीतिक दबाव और खुफिया एजेंसियों के काम के चलते कोलमैन परिवार रिहा हो पाया। हम उनकी रिहाई से खुश हैं, लेकिन हमें अब भी यह देखने का इंतजार है कि पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क को रोकने के लिए कदम उठा रहा है। हम संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि उन्होंने इस मोर्चे पर कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया है।' अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को लेकर अब अमेरिका का अलग दृष्टिकोण है। उम्मीद है कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाह के खिलाफ कदम उठाएगा।
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