पाक समाजसेवी असमा जहांगीर को मरणोपरांत यूएन मानवाधिकार अवार्ड
यूएन ने मानवाधिकार के क्षेत्र में योगदान के लिए हर पांचवें साल में दिए जाने वाले यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स प्राइज अवार्ड से असमा को सम्मानित किया है।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। पाकिस्तान की प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता असमा जहांगीर को मरणोपरांत संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रतिष्ठित मानवाधिकार अवार्ड से सम्मानित किया गया है। पाकिस्तान के सत्ता प्रतिष्ठान में सेना की भूमिका का विरोध करने वालीं असमा का गत फरवरी में 66 साल की उम्र में निधन हो गया था।
अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ने वाली असमा ने पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कुलदीप जाधव के मामले में भी पाक सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी। यूएन ने मानवाधिकार के क्षेत्र में योगदान के लिए हर पांचवें साल में दिए जाने वाले यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स प्राइज अवार्ड से असमा को सम्मानित किया है।
मंगलवार को एक विशेष समारोह में उनकी बेटी मुनीजा जहांगीर ने यूएन महासभा की अध्यक्ष मारिया फर्नाडा से यह पुरस्कार ग्रहण किया। इस मौके पर यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा, 'वैश्विक शांति बनाए रखने में असमा जहांगीर जैसे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का योगदान अहम है।' असमा को 2005 में मैग्सेसे अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।