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31 अगस्त के बाद से अब तक 900 से अधिक लोगों को अमेरिका ने अफगानिस्तान से निकाला

स्टेट डिपार्टमेंट ने एक बयान में कहा कि अमेरिका ने अपने तत्काल परिवारों के अलावा 479 अमेरिकी नागरिकों और 450 वैध स्थायी निवासियों की सहायता की है। इन सभी लोगों को अगस्त के अंत से अफगानिस्तान से निकालकर अमेरिका में स्थानांतरित किया गया है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 10:27 PM (IST)Updated: Mon, 13 Dec 2021 10:27 PM (IST)
31 अगस्त के बाद से अब तक 900 से अधिक लोगों को अमेरिका ने अफगानिस्तान से निकाला
विदेशी नागरिकों का अफगानिस्तान छोड़ने का सिलसिला अभी तक जारी

वाशिंगटन, रायटर। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से अमेरिका समेत कई देशों के नागरिकों ने काबुल को छोड़ दिया है। विदेशी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने का सिलसिला अभी तक जारी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने सोमवार को कहा कि 31 अगस्त के बाद से अब तक 900 से अधिक अमेरिकी नागरिकों और वैध स्थायी निवासियों को अफगानिस्तान से निकाला जा चुका है।

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विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि अमेरिका ने अपने तत्काल परिवारों के अलावा 479 अमेरिकी नागरिकों और 450 वैध स्थायी निवासियों की सहायता की है। इन सभी लोगों को अगस्त के अंत से अफगानिस्तान से निकालकर अमेरिका में स्थानांतरित किया गया है। बयान के अनुसार विदेश विभाग अभी भी एक दर्जन से कम अमेरिकी नागरिकों के संपर्क में है, जो देश छोड़ना चाहते हैं। विभाग ने कहा कि इन लोगों को निकालने के लिए जरूरी दस्तावेज जारी हैं और इसकी कोई समय सीमा नहीं है।

तालिबान के कब्जे के बाद से काबुल में हो गया था अफरा तफरी का माहौल

बता दें कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता का नियंत्रण तालिबान के हाथ में आ जाने के बाद स्थिति तनावपूर्ण आ गई थी। लोग किसी भी तरह देश से बाहर जाना चाहते थे और इसके लिए काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जुट गई थी। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के घुसने के साथ ही अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। पूरे अफगानिस्तान से लोग काबुल एयरपोर्ट पहुंच रहे थे, ताकि यहां से वे फ्लाइट पकड़ कर किसी और देश जा सकें।

अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था हो चुकी बद से बदतर

वहीं, दूसरी ओर हथियार के बल पर तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता तो हासिल कर ली, लेकिन उसके लिए दुनिया के आर्थिक दरवाजे बंद हो गए। इसका प्रतिकूल असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा, जो अब बुरी तरह चरमरा चुकी है। हाल ही में एशिया टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है और समय दूर नहीं जब वह पूरी तरह ध्वस्त हो जाए।


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